लखनऊ,ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (एआईएमपीएलबी) की सदस्यता से बर्खास्त किए गए मौलाना सलमान नदवी पर रुपये के लेन-देन के गंभीर आरोपों के बाद आध्यात्मिक गुरू और आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक श्री श्री रविशंकर ने नदवी का पक्ष लेते हुए कहा है कि पिछले सप्ताह हुई मुलाकात के दौरान मौलाना नदवी ने पैसे की मांग नहीं रखी थी। उल्लेखनीय है कि राम जन्मभूमि मंदिर निर्माण न्यास के महासचिव अमरनाथ मिश्रा ने नदवी के खिलाफ पुलिस शिकायत दर्ज कराते हुए आरोप लगाया था कि उन्होंने अयोध्या विवाद के समझौते के बदले में पांच हजार करोड़ रुपये, 200 एकड़ जमीन और एक राज्यसभा सीट मांगी थी। हालांकि, यह शिकायत एफआईआर में तब्दील नहीं हो पाई। श्री श्री ने कहा, ‘कुछ लोग बातचीत की प्रक्रिया को बेपटरी और बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं।’
श्री श्री ने कहा कहा, ‘हम उनकी (अमरनाथ मिश्रा) शिकायत की वास्तविकता की जांच करेंगे। जहां तक मौलाना नदवी के साथ हमारी बातचीत का संबंध है, वहां ऐसी कोई मांग नहीं हुई थी।’ श्री श्री की ओर से बोलते हुए आर्ट ऑफ लिविंग के डायरेक्टर गौतम विग ने कहा कि अयोध्या विवाद के निपटारे के लिए कोई दल स्थापित नहीं किया गया था। गुरुदेव ने पक्षकारों से कहा, यदि कोई इसमें हिस्सा लेना चाहता है तो स्वागत है। एक चैनल से बातचीत में नदवी ने कहा, ‘जब से मेरी राय को 90 प्रतिशत हिंदू-मुस्लिमों का साथ मिल रहा है, कुछ लोग विवाद पैदा करने का प्रयास कर रहे हैं।’
ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के कार्यकारी अध्यक्ष रहे मौलाना सलमान हसन नदवी पर रुपए के लेन-देन के गंभीर आरोप लगाने वाले अमरनाथ मिश्रा खुद ही कठघरे में आ गए हैं। उन पर अयोध्या में अखाड़ा परिषद के पूर्व अध्यक्ष व श्री राम जन्मभूमि मंदिर निर्माण समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष महंत ज्ञानदास ने मंदिर के नाम पर पांच करोड़ का ऑफर देने का आरोप लगाया है। महंत ज्ञानदास ने अमरनाथ पर पैसे ऑफर करने की बात कहकर हलचल पैदा कर दी। उन्होंने कहा कि एक बयान देने के नाम पर अमरनाथ ने रुपये देने की पेशकश की थी। नदवी का बचाव करते हुए उन्होंने कहा कि नदवी पर जो आरोप लगाए जा रहे हैं, वह मनगढ़ंत और झूठे हैं।