जोहान्सबर्ग,दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति जैकब जुमा के कार्यकाल में भ्रष्टाचार के आरोपों की वजह से विवाद में आए भारतीय मूल के गुप्ता बंधुओं में से एक अजय गुप्ता को दक्षिण अफ्रीका के मुख्य अभियोजक ने भगोड़ा घोषित कर दिया है। उन्हें कानून से भागा हुआ करार दिया गया है। बताया गया कि बुधवार को जोहान्सबर्ग स्थित आवास पर हुई छापेमारी के दौरान अजय गुप्ता पुलिस के हाथ नहीं आए थे। छापेमारी में तीन लोग गिरफ्तार हुए थे, लेकिन अभी तक उनके नाम सार्वजनिक नहीं हुए हैं। अजय के दो भाई, अतुल गुप्ता और राजेश गुप्ता भी विवादों में हैं, लेकिन अब तक यह पता नहीं चल सका है कि उन पर कौन-कौन से आरोप हैं। गुप्ता बंधु कुछ भी गलत नहीं करने का दावा करते रहे हैं। राष्ट्रीय जांच प्राधिकार के प्रमुख शौन अब्राहम्स ने कहा उन्होंने अजय गुप्ता को गिरफ्तार करने के निर्देश दिए हैं। दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति जैकब जुमा के इस्तीफे के बाद उप्र स्थित सहारनपुर के गुप्ता बंधुओं की मुश्किलें और भी बढ़ सकती हैं।
भ्रष्टाचार के मामले में उन पर राष्ट्रपति का सहयोग करने का आरोप है। हालांकि, भारत में गुप्ता बंधुओं पर कोई मामला दर्ज नहीं है। इसके बावजूद मामला दूसरे देश से जुड़ा होने के कारण सुर्खियों में है। सूत्रों की मानें तो गुप्ता परिवार के मुखिया अजय गुप्ता देहरादून के अपने आवास से ही दक्षिण अफ्रीका की स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। अजय गुप्ता के करीबियों का मानना है कि उन पर लगाए जा रहे भ्रष्टाचार के आरोप गलत हैं। अजय गुप्ता का परिवार राष्ट्रपति जैकब जुमा का बेहद करीबी रहा है, इस लिए उन पर ऐसे आरोप लग रहे हैं।
जानकारी के अनुसार, दक्षिण अफ्रीका में गुप्ता बंधुओं के आवास पर हुई छापेमारी के दौरान अजय गुप्ता देहरादून में ही थे। इसके बावजूद उन्होंने किसी भी करीबी से कोई संपर्क नहीं किया है। वह अपने देहरादून स्थित आवास से दक्षिण अफ्रीका की राजनीतिक हलचल पर नजर बनाए हुए हैं। करीबियों को दक्षिण अफ्रीका स्थित अजय गुप्ता के आवास पर विशेष पुलिस फॉक्स द्वारा की गई छापेमारी और तीन लोगों की गिरफ्तारी से गहरा दुख पहुंचा है। लोग यह मानने को तैयार नहीं हैं कि गुप्ता बंधुओं ने वहां भ्रष्टाचार किया है।