भोपाल, ज्यादती और अपहरण के आरोपी कांग्रेस विधायक हेमंत कटारे को पुलिस 13 दिन बाद भी गिरफ्तार नहीं कर पाई है। लेकिन बीते दिन एसआईटी अरेरा कॉलोनी स्थित जूना जिम पहुंची और जिम के सीसीटीवी फुटेज के लिए उसकी डीवीआर कम्प्यूटर और सीसीटीवी कैमरों की हार्ड डिस्क को जप्त किया। एसआईटी घटना दिन का डाटा निकालने तकनीकी विशेषज्ञों की मदद ले रहे हैं। जिससे कि डाटा निकाला जा सकें। गौरतलब है कि जूना जिम में पुलिस ने दबिश के दौरान सीसीटीवी फुटेज स्टोर करने के सर्वर की जांच की थी। उसमें दस दिन का ही डाटा पुलिस को स्टोर मिला था। जिम में कटारे के पार्टनर ने बताया था कि सर्वर में 15 दिन का ही डाटा स्टोर होता है। इसके पहले का डाटा ऑटोमेटिक डिलीट हो जाता है। हालांकि पुलिस को उम्मीद है कि थर्ड डिस्क की जांच में उसके हाथ केस से संबंधित कई जानकारियां हाथ लग सकती हैं।उधर,कटारे पर दुष्कर्म और ब्लैक मेल का आरोप लगाने वाली युवती ने मीडिया से बातचीत में पूरे मामले को लेकर राजधानी आईजी जयदीप प्रसाद की भूमिका पर सवालिया निशान लगाते हुए उनकी भूमिका की भी जांच की मांग की है। जानकारी के मुताबिक बातचीत में युवती ने कहा कि मेरे खिलाफ मार्मला दर्ज करने से पहले पूरे प्रकरण की सत्यता की जांच होनी थी और यदि मेरे वीडियो बने थे तो मुझसे भी पूछताछ की जाना थी। युवती ने यह भी कहा कि यदि हेमंत कटारे आईजी के पास गये थे तो उसे गंभीरता से लिया जाना था और मामला दर्ज करने के आदेश भी यदि आईजी ने दिये हैं तो उनकी भी जांच होनी चाहिए। छात्रा का यह भी कहना है कि हेमंत का पक्ष सुनने के साथ मामला दर्ज करने से पहले पुलिस को मुझे भी बुलाना था लेकिन इस मामले में सच्चाई जानने की कोशिश नहीं की गई और दबाव वश मेरे ऊपर मामला दर्ज कर मुझे जेल भेज दिया गया जिससे मेरी जिंदगी बर्बाद हो गई।