नई दिल्ली, पंजाब नेशनल बैंक घोटाले मामले में बुधवार को सामने आने के बाद से कांग्रेस गुरुवार से ही मोदी सरकार और पीएम मोदी के खिलाफ आक्रामक हो चुकी है। कांग्रेस के आक्रामता को जबाब देने के लिए गुरुवार की शाम को मोदी सरकार ने केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद को मैदान में उतरा। केन्द्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद से प्रेसवार्ता करते हुए प्रधानमंत्री मोदी की हीरा कारोबारी नीरव मोदी के साथ मुलाकात का खंडन करते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस बेबुनियाद आरोप लगा रही है,आरोपी को छोटा मोदी कहना ठीक नहीं है। प्रसाद ने कहा घोटाले मामले में कोई भी शामिल हो उस पर कार्रवाई होगी।केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सरकार नीरव मोदी का पासपोर्ट रद्द करेगी,नीरव मोदी से जुड़ी 9 संपत्तियां सील कर दी गई हैं। संबंधित लोगों के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया गया है। उन्होंने कहा कि बैंक के सिस्टम में किसी का कद या पद कुछ भी हो,जो भी संलिप्त पाया जाएगा। उसे बख्शा नहीं जाएगा। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि नीरव मोदी की 1300 करोड़ की संपत्ति को सीज कर दिया गया है। भाजपा जहां इस कांग्रेस का पाप करार दे रही है। भाजपा का कहना हैं कि मामला 2011 का जब केन्द्र में मनमोहन सरकार थी।
उधर कांग्रेस ने इस महाघोटाले के लिए मोदी सरकार को जिम्मेदार ठहराया है, कांग्रेस ने सवाल किया कि पीएम मोदी उच्च स्तरीय अंतरराष्ट्रीय आर्थिक सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए स्विट्जरलैंड की राजधानी दावोस गए थे। इस स्थिति में आईबी कड़ी सुरक्षा के बीच पीएम मोदी के साथ मंच साझा करने के लिए नीरव मोदी को जाने कैसे दे सकती है? कांग्रेस ने कहा कि पीएनबी महाघोटाले के बाद नीरव मोदी कानून से बचकर भाग रहे हैं,जिसकी पीएम मोदी को खूब जानकारी थी। इस बात पर यकीन नहीं किया जा सकता है कि पीएम मोदी और नीरव मोदी के बीच कोई बातचीत नहीं हुई थी। कांग्रेस ने कहा कि जब दावोस में पीएम मोदी ने नीरव मोदी के साथ मंच साझा किया था, उस समय नीरव मोदी पर कानून के तहत आरोप स्थापित हो चुके थे।