लखनऊ, उत्तर प्रदेश के इन्वेस्टर्स समिट-18 में आने वाले अतिविशिष्ट निवेशकों की सुरक्षा एनएसजी कमांडो द्वारा की जाएगी। साथ ही उन्हें सहयोग के लिए एक निजी सचिव देने के अलावा गार्ड आफ ऑनर कराए जाने की व्यवस्था की गई है। राजधानी स्थित आयोजन स्थल इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान को अभेद्य सुरक्षा-व्यवस्था में तब्दील करने का निर्णय लिया गया है। अत्यधिक सुरक्षा के लिए यहां एनएसजी के स्नाइपर हर पल अपनी नजर बनाए रखेंगे। सादी वर्दी एवं पुलिस ड्रेस में 600 पुलिसकर्मी भी तैनात किये जाएंगे।
प्रमुख सचिव गृह अरविंद कुमार की अध्यक्षता में पुलिस विभाग समेत विभिन्न विभागों के उच्चाधिकारियों की बैठक में ऊर्जा, परिवहन, एलडीए, पर्यटन, चिकित्सा शिक्षा, स्वास्य, नगर विकास, पीडब्ल्यूडी समेत कई विभागों के विभागाध्यक्षों को समिट को सफल बनाए जाने का निर्देश दिया गया है। आगंतुक निवेशकों को ठहरने के लिए 36 होटलों के कर्मचारियों का सत्यापन कर एयरपोर्ट पर टैक्सी ड्राइवरों के सत्यापन की कार्रवाई की जा रही है। यातायात व्यवस्था के लिए एक ट्रैफिक प्लान तैयार किया गया जो निवेशकों को ठहरने से लेकर कार्यक्रम स्थल जाने तक व्यवस्था करेगा। गृह विभाग से जारी विज्ञप्ति के अनुसार समिट में आने वालों के लिए 525 कारें, 40 बसें तथा 10 मर्सडीज बसों की व्यवस्था कर उनके चालकों का सत्यापन किया जा रहा है। कार्यक्रम स्थल इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान, होटलों आदि स्थानों पर फायर मॉक ड्रिल कर प्लान बनाया गया है। सभी 36 होटलों के साथ कार्यक्रम स्थल पर पर्याप्त 108 एम्बुलेंस, अस्पताल तथा दवाइयों के बस्ते तैयार किये गये हैं। इस दौरान प्रतिभाग करने वालों की सुरक्षा में स्कोर्ट के लिए नई गाड़ियों में जैमर, वीपी कार, एएस चेक टीम तथा ड्रोन आदि की खरीद की गई है। डायल-100 के अंतर्गत 1600 नई मोटरसाइकिलें खरीदी गई हैं। कार्यक्रम स्थल पर 300 कैमरे, 517 नये कैमरे मार्गों पर आगंतुकों की निगरानी करेंगे।