होशंगाबाद, गणतंत्र दिवस के दिन इटारसी की प्राइवेट आईटीआई में छात्रों द्वारा भाजपा को वोट न देने की शपथ संबंधी वीडियो वायरल होने के बाद भारत सरकार के कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय के निदेशक राजकुमार पाठक ने श्रीविजयलक्ष्मी आईटीआई को निर्धारित मापदंडों के अनुरूप नहीं पाये जाने को लेकर नोटिस जारी कर 10 दिवस में स्पष्टीकरण चाहा है।
इस वीडियो के आने के बाद से भाजपा में हड़कंप मच गया है। जिसके बाद भाजपा के पदाधिकारियों ने आईटीआई में पहुंचकर मामले की जानकारी ली। घटना के बाद से ही विवादित आईटीआई पर गाज गिरने की बात भी होने लगी थी। गौरतलब है इटारसी में गणतंत्र दिवस के दिन पुरानी इटारसी स्थित श्रीविजयलक्ष्मी आईटीआई में छात्रों द्वारा जब तक भारतीय जनता पार्टी की सरकार ऑनलाइन परीक्षा बंद नहीं कर देती, तब तक वह भाजपा को वोट नहीं देंगे और भाजपा के कार्यकर्ताओं को सहयोग भी नहीं देंगे। मैं यह भी शपथ लेता हूं कि चौबीस घंटे की भीतर कम से कम तीन लोगों को इस तरह की शपथ के लिए प्रेरित करूंगा साथ ही मैं अपने ग्राम या क्षेत्र में भाजपा के भ्रष्टाचार, अत्याचार के बारे में लोगों को जागरूक करूंगा। इस तरह का छात्रों का शपथ का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद भाजपा संगठन सकते में आ गया था। दूसरी तरफ केंद्र सरकार के कौशल विकास उद्यमिता मंत्रालय द्वारा अनियमितता संबंधी नोटिस के बाद यह बात भी सुर्खियों में आ गई है कि मंत्रालय को अब तक इटारसी की तीन प्राइवेट आईटीआई में अनियमितता सामने नजर क्यों नहीं आई? क्या अब तक विभागीय अधिकारी अनियमितताओं को सेटिंग के तहत दबा रहे थे? फिलहाल पूरा मामला सुर्खियों में है।
भाजपा को वोट न देने का वीडियो वायरल होने पर आईटीआई को केंद्रीय मंत्रालय ने दिया अनियमितता संबंधी नोटिस
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