दो मंत्री आमने- सामने उमा टीकमगढ़ तो खटीक छतरपुर में मेडिकल कॉलेज खोलने पर अड़े

भोपाल,अपने-अपने क्षेत्र में मेडिकल कॉलेज खुलवाने को लेकर दो केन्द्रीय मंत्री आमने-सामने आ गए हैं। बुंदेलखंड अंचल के ये दोनों ही मंत्री अपने क्षेत्र में मेडिकल कॉलेज खुलवाना चाह रहे हैं। ये दोनों दिग्गज मंत्री है उमा भारती और वीरेन्द्र कुमार। केन्द्रीय पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री उमा भारती टीकमगढ़ में तो केन्द्रीय महिला बाल विकास राज्यमंत्री वीरेन्द्र कुमार छतरपुर में मेडिकल कालेज खोलने को लेकर प्रयासरत है। सुश्री भारती जहां कई मौकों पर टीकमगढ में मेडिकल कॉलेज खुलवाने की घोषणा कर चुकी है तो वहीं वीरेन्द्रकुमार ने भी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को खत लिख दिया है। उन्होंने अपने पत्र में छतरपुर में मेडिकल कालेज खोलने की अनुमति देने का आग्रह पीएम से किया है। सागर के बाद बुंदेलखंड में एक और मेडिकल कालेज की मांग बेहद पुरानी है।
केन्द्रीय मंत्री उमा भारती भले ही यूपी के झांसी से सांसद हो पर वह मूलरूप से टीकमगढ़ जिले की रहने वाली है। यहां से चार बार सांसद रहीं उमा ने टीकमगढ़ में फरवरी 2017 में घोषणा की थी कि बुंदेलखंड में अब कही मेडिकल कालेज खुलेगा तो टीकमगढ़ में खुलेगा। इसके एक महीने बाद उन्होंने एक अन्य कार्यक्रम में अपनी इस घोषणा को दोहराया भी था। वहीं दो बार से यहां से सांसद और अब केन्द्रीय मंत्री वीरेन्द्र कुमार इस मेडिकल कालेज को छतरपुर में खोलना चाहते हैं। मेडिकल कालेज को लेकर छतरपुर और टीकमगढ़ के भाजपा जिलाध्यक्ष भी आमने आ गए हैं। टीकमगढ़ जिलाध्यक्ष अभय प्रताप सिंह का कहना है कि टीकमगढ़ विकास में काफी पिछड़ा है, मेडिकल कालेज जनता की मांग पर यहीं खोला जाना चाहिए। वहीं छतरपुर के अध्यक्ष पुष्पेन्द्र प्रताप सिंह ने सीएम को एक हफ्ते पहले इस संबंध में क्षेत्रीय जनता की भावनाओं को लेकर पत्र लिखा है। मालूम हो कि केन्द्र सरकार द्वारा हाल ही में पेश बजट में वित्त मंत्री अरूण जेटली ने घोषणा की थी कि इस साल देश में 24 नए मेडिकल कालेज खोले जाएंगे। इन मेडिकल कालेजों को लेकर शहर अभी चिन्हित होना है। यही वजह है कि नेता अब अपने-अपने क्षेत्रों में मेडिकल कालेज खोलने की मांग कर रहे हैं।

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