नई दिल्ली,उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल सहित देश के 11 मुख्यमंत्रियों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं। एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) और नेशनल इलेक्शन वॉच की (एनईडब्लयू) ने सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के कुल 31 मौजूदा मुख्यमंत्रियों के द्वारा चुनाव में दिए गए हलफनामे के आधार पर यह विश्लेषण किया है। एडीआर की रिपोर्ट में बताया गया है, कुल 31 मुख्यमंत्रियों में से 11 (35 फीसदी) ने यह खुलासा किया है कि उनके खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं। यही नहीं, 26 फीसदी मुख्यमंत्रियों के ऊपर हत्या, हत्या के प्रयास, धोखाधड़ी, प्रॉपर्टी कब्जाने आदि से संबंधित गंभीर मुकदमे दर्ज हैं। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हत्या, हत्या का प्रयास, दंगा भड़काने आदि के लिए मामला दर्ज हैं। सबसे कम मुकदमे नीतीश कुमार के ही खिलाफ है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर भी कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। इनमें लोकसेवक के काम में बाधा डालने के चार, लोकसेवक के आदेश की अवज्ञा करने से जुड़े पांच, गैर-कानूनी तरीके से सभा करने के चार और मानहानि के चार मामले शामिल हैं। रिपोर्ट के अनुसार यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर धार्मिक स्थल को नुकसान पहुंचाने, दंगा भड़काने, कब्रिस्तान पर कब्जा करने जैसे कुल चार मामले दर्ज हैं। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस पर हमले के लिए उकसाने, जानलेवा हमला करने आदि के मुकदमे दर्ज हैं। सबसे ज्यादा 22 मुकदमे फडणवीस के खिलाफ ही हैं। पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह पर भी कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। इनमें प्रॉपर्टी से संबंधित धोखाधड़ी के दो मामले, कीमती प्रतिभूति, वसीयत में जालसाजी के दो मामले, धोखा देने के लिहाज से फर्जीवाड़ा करने के दो मामले और लोकसेवक, बैंकर आदि से विश्वासघात का एक मामला दर्ज है। झारखंड के मुख्यमंत्री रघुबर दास, तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव, केरल के मुख्यमंत्री पी. विजयन, जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती, पुडुच्चेरी के सीएम नारायण सामी और आंध्र प्रदेश के सीएम एन. चंद्रबाबू नायडू के खिलाफ भी मामले दर्ज हैं।