रायपुर,छत्तीसगढ़ में सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ को लेकर फिर सवाल उठ खड़े हुए हैं। मुठभेड़ के अगले दिन नक्सली का शव लेने के लिए दंतेवाड़ा में बड़ी संख्या में जुटे ग्रामीणों ने पुलिस पर फर्जी मुठभेड़ का आरोप लगाया। पुलिस ने दावा किया कि मुठभेड़ जंगल में हुई, जिसमें नक्सली मारा गया। मुठभेड़ में सारे नियमों का पालन किया गया। फर्जी मुठभेड़ की बात निराधार हैं। डीआईजी बस्तर रेंज पी.सुंदरराज ने कहा कि सात फरवरी को बेंगपाल के आसपास पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई थी। जिसके बाद हूंगा नाम के एक नक्सली का शव बरामद किया गया था। उस पर पहले भी कुछ आपराधिक मामले दर्ज थे। उन्होंने कहा पूरी प्रक्रिया सुप्रीम कोर्ट और मानवाधिकार आयोग के निर्देशों के अनुरूप हुई है।
दंतेवाड़ा में फर्जी मुठभेड़ का आरोप
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