नईदिल्ली,डायबिटीज (मधुमेह) वैसे तो बड़ी उम्र में होने वाली बिमारी है पर आधुनिक जीवन और खानपान ठीक न होने से आजकल बच्चों में भी यह पाया जा रहा है। इसके पीछे जंक फूड भी एक बड़ा कारण माना जा रहा है। बच्चे टीवी, वीडियोगेम और मोबाइल पर व्यस्त रहने के दौरान जंक फूड खाते रहते हैं इससे मोटापा बढ़ने के साथ ही कई अन्य रोगों का शिकार भी वह हो रहे हैं। आम तौर पर 10 या 11 साल की की उम्र में ज्यादातर बच्चें अधिक वजन वाले या मोटापे का शिकार हो रहे है जिससे उनमें डायबिटीज जैसी बीमारी के लक्षण देखने को मिल रहे हैं।
आंकड़ों के अनुसार हाल में मधुमेह के शिकार बच्चों की संख्या बढ़ी है। इससे अभिभावकों का परेशान होना स्वाभाविक है। इसके साथ ही यह देश के भविष्य के लिए भी खतरा है क्योंकि बच्चे ही कल के नागरिक हैं, ऐसे में उनका स्वस्थ होना बेहद जरुरी है। इस प्रकार बच्चों को मधुमेह से बचायें। जंक फूड न दें, इसके अलावा अधिक तले और डिब्बाबंद खाने की जगह ताजा फल और सब्जियां खाने प्रेरित करें। टीवी और मोबाइल में व्यस्त रखने की जगह मैदान में खेलने भेजें। योग और व्यायाम यह तैराकी और अन्य किसी खेल की ओर प्रेरित करें। मिठाई और अन्य मीठे पदार्थ ज्यादा न दें।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि हर दिन दो तिहाई से अधिक लोग फलों और हरी सब्जियों का खाने में कम इस्तेमाल करते है, जिससे उनमें मधुमेह टाइप 2 जैसी गंभीर बिमारी होने के खतरा हो सकता है। वहीं व्यस्क भी हर दिन फलों और सब्जियों के तीन या उससे कम हिस्से का सेवन करते हैं। सर्वे में पाया गया कि 66 प्रतिशत लोग हर दिन केवल तीन या उससे कम मात्रा में फल और सब्जियां खाते हैं। लगभग आधा लोग सप्ताह के कम से कम तीन दिन फल ही नहीं खाते हैं।
अध्ययन के अनुसार अगर लोग अपने रहन सहन में बदलाव लाए तो मधुमेह के पांच मामलों में से तीन से बचा जा सकता है।
मधुमेह की प्रमुख हेलीन डिकेंस, का कहना है कि “हर कोई जानता है कि उन्हें पांच दिन फल और सब्जियां खाना चाहिए पर फिर भी यह सर्वेक्षण बताता है कि यह संदेश लोगों तक ठीक तरह से नहीं पहुंच रहा है।
“यह जानना खतरनाक है कि अधिकांश लोग अभी भी पर्याप्त फलों और सब्जियों के सेवन से काफी दूर हैं। इतना ही नहीं, कई लोगों को इस बारे में भी नहीं पता हैं कि उन्हें कितनी मात्रा में फल और सब्जियां खाना चाहिए। डायबिटीज वाले लोगों के लिए हेल्दी लाइफस्टाइल के साथ हेल्दी खाना भी उतना ही महत्वपूर्ण है जिससे उनको इस गंभीर बीमारी को रोकने में आसानी होगी।
डायबिटीज वीक में लोगों को बंद डिब्बों में मिलने वाले खाद्य पदार्थों में कितनी मात्रा में चीनी पाई जाती हैं। दो तिहाई लोगों को यह नहीं पता कि एक टिन बेक्ड बीन्स में चीनी के पांच चम्मच तक शामिल हो सकते हैं। लगभग दस में से छह लोगों ने कहा कि वे ज्यादा सब्जियां खाना चाहते है, लेकिन 23 प्रतिशत का कहना है कि वे काफी महंगी होती है थे, जबकि 10 लोगों में से लगभग एक का कहना हैं कि इसे बनाने में बहुत समय लगता है।