रामल्लाह,प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी ऐतिहासिक यात्रा पर शनिवार को फिलिस्तीन पहुंचे। फिलिस्तीन पहुंचने पर प्रधानमंत्री मोदी का शानदार स्वागत किया गया। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी फिलिस्तीन के राष्ट्रपति महमूद अब्बास से मिले और फिलिस्तीन लोगों के प्रति भारत के समर्थन को दोहराया। फिलिस्तीन के राष्ट्रपति महमूद अब्बास ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ‘ग्रैंड कॉलर ऑफ द स्टेट ऑफ फिलिस्तीन’ सम्मान से सम्मानित किया। भारत और फिलिस्तीन के बीच संबंधों को बढ़ावा देने में प्रधानमंत्री मोदी के योगदान को देखते हुए उन्हें ये सम्मान दिया गया। दोनों नेताओं के बीच द्विपक्षीय बैठक के समापन के बाद फिलिस्तीन के राष्ट्रपति अब्बास ने पीएम मोदी को ‘ग्रैंड कॉलर ऑफ द स्टेट ऑफ फिलिस्तीन’ से सम्मानित किया। प्रधानमंत्री मोदी फिलिस्तीन की आधिकारिक यात्रा करने वाले पहले भारतीय प्रधानमंत्री हैं।
‘ग्रैंड कॉलर’ विदेशी गणमान्यों – शाह, राष्ट्राध्यक्षों/शासनाध्यक्षों एवं समान पद के व्यक्तियों को दिया जाने वाला फिलिस्तीन का सर्वोच्च सम्मान है। इससे पहले यह सम्मान सऊदी अरब के शाह सलमान, बहरीन के शाह हमाद, चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग और अन्य को दिया जा चुका है। प्रशस्ति पत्र में लिखा है, ‘‘यह उनके कुशल नेतृत्व एवं उनके उत्कृष्ट राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय कद को देखते हुए एवं फिलिस्तीन राष्ट्र तथा भारतीय गणतंत्र के बीच ऐतिहासिक संबंधों को बढ़ावा देने के उनके प्रयासों की सराहना तथा क्षेत्र में शांति बनाये रखने के लिये आजादी और हमारे लोगों के आजादी के हक को उनका समर्थन देने का सम्मान करते हैं।’’
प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी ने फिलिस्तीन के रामल्लाह में दिवंगत राष्ट्रपति यासर अराफात के Mausoleum पर पुष्पचक्र अर्पित किया
इसके पहले मोदी ने जॉर्डन से फिलिस्तीन तक की यात्रा चॉपर से की है। वहीं इस दौरान रॉयल जॉर्डन चॉपर्स और इजरायली चॉपर्स उन्हें एस्कॉर्ट कर रहे थे। मोदी के पहले फिलिस्तीन को दौरे के मद्देनजर सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए थे। हवाई सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए जॉर्डन और इजरायल के चॉपर भी उनके साथ चल रहे थे। बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी के इस दौरे को ऐतिहासिक माना जा रहा है क्योंकि यह दौरा इस बात की गलतफहमी को दूर करेगा कि मोदी के सत्ता में आने के बाद भारत ने फिलिस्तीन को लेकर अपनी पॉलिसी में कुछ बदलाव लाए हैं। साल 2017 में जब पीएम मोदी इजरायल गए थे तब वह फिलिस्तीन नहीं गए थे जिस पर काफी निराशा जताई गई थी। कूटनीतिक जानकार मानते हैं कि यह कदम भारत की पूर्व में अपनाई गई नीति से ठीक उलट थी।
Prime Minister, Shri Narendra Modi with the Crown Prince of Abu Dhabi, Deputy Supreme Commander of U.A.E. Armed Forces, General Sheikh Mohammed Bin Zayed Al Nahyan, at Abu Dhabi, United Arab Emirates on saturday