मुंबई,फोर्टिस के प्रमोटर शिविंदर सिंह और मलविंदर सिंह का कंपनी बोर्ड से इस्तीफा देने के बाद देश की दूसरी सबसे बड़ी हॉस्पिटल चेन फोर्टिस हेल्थकेयर के शेयर शुक्रवार को 18 प्रतिशत चढ़ गए। इस बीच दावा किया गया है कि सिंह भाइयों ने कंपनी से करीब 500 करोड़ रुपये निकाल लिए हैं।
गुरुवार को सिंह ब्रदर्स ने दिल्ली हाईकोर्ट के आदेश के बाद इस्तीफा दे दिया था। पिछले काफी समय से विवादों में रहे दोनों भाइयों के इस्तीफे की खबर से निवेशकों में उत्साह देखा गया। निवेशक सिंह ब्रदर्स की कथित वित्तीय गड़बड़ियों से परेशान थे। विश्लेशषकों का मानना है कि फोर्टिस नए ओनर के तहत स्टॉक की री-रेटिंग को काउंटर करने के लिए शेयर्स में उछाल आया है। मनीपाल हॉस्पिटल्स और फोर्टिस की बीच जल्द ही डील फाइनल हो सकती है। मर्जर को लेकर दोनों कंपनियों में काफी दिनों से बातचीत जारी है। मनीपाल हॉस्पिटल्स को प्राइवेट इक्विटी कंपनी टीपीजी का समर्थन हासिल है।
फोर्टिस को खरीदने के लिए मनीपाल मर्जर के जरिए अधिग्रहण करने की कोशिशों में है। इसके जरिए मनीपाल कोर्ट के उस आदेश से बच जाएंगे जिसमें सिंह भाइयों को कंपनी के असेट्स बेचने पर रोक लगा रखी है। जापानी कंपनी दायचे सैंक्यो ने आरोप लगाया था कि रैनबैक्सी को बेचते समय दोनों भाइयों ने यूएसएफडीए से जुड़ी जानकारी छुपाई थी। 2008 में दोनों भाइयों ने 9,576 करोड़ रुपए में रैनबैक्सी में अपनी हिस्सेदारी जापानी कंपनी दायचे को बेची थी। बाद में रैनबैक्सी को दायची ने सनफार्मा को बेच दिया था। पिछले साल मनीपाल फोर्टिस के साथ डील फाइनल करने के काफी करीब था, लेकिन फोर्टिस की बैलेंस शीट में अनियमितता और डायचे के आरोपों के कारण डील नहीं हो पाई। नवंबर की शुरुआत में डील से जुड़े सूत्रों ने फोर्टिस की बैलेंस शीट में 900 करोड़ रुपए के कथित गड़बड़ी के बारे में बताया था। फोर्टिस ने स्टॉक एक्सचेंजों से कुछ दिनों का विस्तार मांग लिया था।