जम्मू,जम्मू से करीब दस किलोमीटर दूर स्थित सुनजवां में सुबह-सुबह सेना के कैम्प पर किए आतंकी हमले में एक हवलदार और उसकी बेटी समेत तीन लोग घायल हो गए। इस बीच सेना ने जम्मू शहर में रेड अलर्ट जारी करते हुए कैंप को चारो ओर से घेर लिया है। पूरे इलाके की ड्रोन से निगरानी की जा रही है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार सुबह-सुबह तीन से पांच आतंकी सुजनवा कैंप में घुस आए। उनकी संदिग्ध गतिविधियां देख कर पहर पर मौजूद संतरी ने उन्हें चेतावनी दी। इस पर उन्होंने फायरिंग शुरू कर दी। जवाब में सेना के जवानों ने भी फायरिंग शुरू कर दी। फायरिंग के बीच में तीन से पांच आतंकी सेना के कैंप में प्रवेश करने में सफल रहे हैं। ये आतंकी जेसीओ फैमिली क्वाटर की ओर घुसे हैं। फायरिंग के दौरान एक जेसीओ और उनकी बेटी समेत तीन लोग घायल हो गए हैं। कैंप के भीतर से गोलियां चलने की आवाजें सुनाई दे रही हैं। सेना ने पूरे इलाके को घेर लिया है। माना जा रहा है कि यह हमला जैश ए मोहम्मद के आतंकियों ने किया है। पुलिस सूत्रों का कहना है कि यह अपनी तरह का पहला ऐसा हमला है।
पुलिस ने सर्च ऑपरेशन शुरू किया है। आतंकियों की तलाश में ड्रोन का भी इस्तेमाल किया जा रहा है। जम्मू के आईजी एसडी सिंह जमवाल ने बताया सुबह करीब चार बजकर 55 मिनट पर एक संतरी ने संदिग्ध हरकत देखी। संतरी ने फायर किया, तो उधर से भी गोली चलने लगी। उन्होंने बताया कि हमला करने वाले आतंकियों की ठीक-ठीक संख्या का पता नहीं है।
सेना ने पूरे इलाके को घेर लिया है। जम्मू शहर में रेड अलर्ट जारी कर दिया गया है। इलाके की ड्रोन से भी निगरानी की जा रही है। आतंकियों की ओर से फायरिंग फिलहाल बंद है। सुरक्षाकर्मी कैंप के अंदर आतंकियों की तलाश में जुटे हुए हैं। सुरक्षा के मद्देनजर कैंप के आसपास के स्कूलों को बंद कर दिया गया है। आतंकी कैंप में ही छिपे बताए जा रहे हैं। उन्हें ढूंढने के लिए हेलिकॉप्टर की भी मदद ली जा रही है।
देर शाम तक आतंकी रुक-रुककर फायरिंग कर रहे, वहीं रात तक सेना ने दो आतंकियों को भी ढेर कर दिया। सेना प्रवक्ता के अनुसार फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है। ऑपरेशन जारी है। क्षेत्र के अधिकांश फ्लैटों को खाली करा लिया गया है। जो पांच लोग घायल हुए हैं उनमें एक कर्नल रैंक के आर्मी ऑफिसर, हवलदार अब्दुल हामिद, लांस नायक बहादुर सिंह और सूबेदार चौधरी की बेटी शामिल है। घटना पर केद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि तत्काल कुछ नहीं कहा जा सकता। आश्वस्त रहें सेना और जवान बखूबी अपना काम अंजाम दे रहे हैं। गृह राज्य मंत्री हंसराज अहीर ने कहा कि हमारे जवान आतंकियों को मुंहतोड़ जवाब दे रहे हैं।
ग्रेनेड फेंककर किया हमला
आतंकियों के एक समूह ने सुंजवान सैन्य शिविर में घुसने के लिए पहले ग्रेनेड फेंके और स्वचालित हथियारों से हमला किया। अंदेशा जताया जा रहा है कि सुंजवान कैंप के रिहायशी इलाके में 3 से 5 आतंकी एक क्वार्टर में छिपे हुए हैं।
जवानों को बंधक बनाने की साजिश
बताया जा रहा है कि आतंकियों का मकसद सैनिकों को बंधक बनाना था,ल लेकिन उनकी साजिश नाकामयाब रही। आतंकियों की तलाश में पैरा कमांडो को लगाया गया।
हेलीकॉप्टर से आए पैराकमांडो
सुंजवान कैंप पर हमला करने वाले आतंकियों को ठिकाने लगाने के लिए अब हेलीकॉप्टर के जरिए पैरा कमांडो को एयरलिफ्ट कराया गया है। भारतीय वायुसेना ने इन सभी पैरा कमांडोज को उधमपुर से जम्मू में एयरलिफ्ट किया है।
थे।
2006 में भी यहां हुआ था हमला
हमले करने वाले तीन आतंकी हैं और तीनों ही पाकिस्तानी है। इसके अलावा ये सभी जैश-ए-मोहम्मद ते आतंकी बताए जा रहे हैं। फिलहाल सेना ने अपने ऑपरेशन के जरिए तीनों आतंकियों को अलग-अलग कर दिया है। आपको बता दें कि आतंकवादियों ने 2006 में भी इसी सैन्य शिविर पर हमला किया था। 2003 में भी आतंकियों ने सुंजवान कैंप को निशाना बताया था। तब 12 जवान शहीद हो गए थे, जबकि सात घायल हुए थे।
अफजल गुरु की बरसी पर हमला
खुफिया एजेंसियों ने अफजल गुरू की बरसी पर जैश ए मोहम्मद द्वारा सुरक्षा प्रतिष्ठानों को निशाना बनाये जाने को लेकर पहले ही चेतावनी जारी की थी। अफजल को नौ फरवरी 2013 को फांसी दी गई थी।
विधानसभा में लगे पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे
जम्मू-कश्मीर विधानसभा में नेशनल कांफ्रेंस के विधायक अकबर लोन पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगा रहे थे। पार्टी ने फौरन उनके बयान की निंदा करते हुए इससे किनारा कर लिया है। जम्मू-कश्मीर विधानसभा में सेना के कैंप में हमले का गुस्सा दिखा। भाजपा विधायकों ने पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगाए। इस पर कश्मीर के सोनावारी से विधायक अकबर लोन ने विरोध करते हुए पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाए।
परवाही का नतीजा है हमला
खुफिया एजेंसी ने राज्य प्रशासन को 9 फरवरी से लेकर 11 फरवरी तक हाई अलर्ट पर रहने की सलाह दी थी। इसके बाद भी आतंकी हमला हो गया। ऐसे में सवाल उठता है कि सुंजवां कैंप पर आतंकी हमला क्या सेना या सुरक्षाबलों की लापरवाही का नतीजा है। सुरक्षा मामलों के जानकार पी के सहगल ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में छद्म युद्ध जारी है। ये तथ्य सबके सामने है कि पाकिस्तान किस तरह से जम्मू-कश्मीर को अशांत करने में जुटा है।