भोपाल,प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरूण यादव ने प्रदेश में किसानों की संपूर्ण ऋण माफी की मांग एक बार पुनः दोहराते हुए सरकारी खर्च पर राजधानी भोपाल में 12 फरवरी को होने जा रहे किसान सम्मेलन की आलोचना करते हुए,कहा की प्रदेश के बर्बाद हो चुके किसानों, पिछले 14 वर्षों में 29 हजार किसानों की आत्महत्या और मंदसौर में पुलिस की गोली से शहीद हुए किसानों के असहनीय जख्मों पर पर्दा डालने का यह राजनैतिक प्रयास है।
यादव ने इस सम्मेलन में हो रहे सरकारी खर्च, प्रदेश भर की 5 हजार बसों के अनाधिकृत अधिग्रहण की भी निंदा करते हुए मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान से कई सवालों के जवाब मांगे है। यादव ने बयान में कहा की भावांतर भुगतान योजना के माध्यम से राज्य सरकार किसानों द्वारा उत्पादित संपूर्ण फसल समर्थन मूल्य पर खरीदने से क्यों बच रही है?
उन्होंने कहा की इस योजना के अनुसार किसानों द्वारा उत्पादित प्रति हेक्टेयर फसल व योजना के अंतर्गत किसानों को किये जाने वाला भुगतान प्रतिबंधित व प्रति हेक्टेयर तक सीमित क्यों कर दिया गया? उन्होंने पूछा की जब मुख्यमंत्री ने स्वयं कहा था कि भावांतर का भुगतान 15 दिसम्बर, 17 तक कर दिया जायेगा, यह भुगतान कितना होगा, कब-कैसे होगा, अनिश्चित है। पूर्व में प्याज, उड़द, मूंग, तुअर की फसल समर्थन मूल्य पर बेचने वाले संपूर्ण किसानों का भुगतान आज तक क्यों नहीं किया गया?यादव ने कहा की शासन द्वारा योजना के अंतर्गत भुगतान की अंतिम सीमा 15 दिसम्बर, 17 तय क्यों की गई, जबकि इस समय तक तो किसान रबी की फसल के लिए बोबनी में व्यस्त रहता है, इसके पीछे क्या षड्यंत्र था?प्रदेशाध्यक्ष ने सवाल किया है की किसानों को फसल नुकसानी पर शासन से मिलने वाला मुआवजा बंद क्यों है?