रायपुर,छत्तीसगढ़ बजट सत्र के दूसरे दिन विधानसभा में आज पूर्व राज्यपाल दिनेश नंदन सहाय अविभाजित मध्यप्रदेश के पूर्व विधानसभा अध्यक्ष श्रीनिवास तिवारी को सदन में श्रद्वांजलि दी गई। इसी दौरान अमित जोगी की राजनीतिक टिप्पणी पर विधानसभा अध्यक्ष गौरीशंकर अग्रवाल ने कहा कि श्रद्वांजलि के दौरान राजनीतिक टिप्पणी नहीं करनी चाहिए। उन्होंने समझाइश और चेतावनी देते हुए कहा कि समझाइश का भी ध्यान किसी विधायक ने नहीं रखा तो उन्हें सदन में बोलने का अवसर भी नहीं दिया जायेगा। अध्यक्ष के बोलने के बाद विधायक अमित जोगी ने संक्षेप में पूर्व राज्यपाल दिनेश नंदन सहाय और श्रीनिवास तिवारी को उन्होंने श्रद्वांजलि दी। इसके बाद सदन की कार्यवाही कल तक के लिए स्थगित की गई। ज्ञात हो कि राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा 6-9 फरवरी को होगी। राज्य का नया बजट 10 फरवरी को पेश होगा। 15-16 फरवरी को भोजनावकाश नहीं होगा। बताया जाता है कि कल कांग्रेस खेती-किसानी और सूखा राहत मुआवजा नहीं बटने के मामले पर काम रोको प्रस्ताव लाने की संभावना है। कांग्रेस ने जिन मामलों पर स्थगन लाने की रणनीति तैयार की है उनमें चौदहवें वित्त आयोग की राशि से मोबाइल टावर लगाने व ग्राम पंचायतों के अधिकारों के हनन, प्रदेश के अकालग्रस्त इलाकों में सूखा राहत मुआवजा नहीं बंटने, भू-राजस्व संहिता संशोधन को सदन में वापसी की घोषणा, बस्तर में नक्सली घटना में लगातार हो रही वृद्वि, बीजापुर में नाबालिग को गोली मारने की घटना, शासकीय शराब बिक्री, फर्जी जाति प्रमाणपत्र धारी व्यक्ति को शासकीय संरक्षण के साथ ही जंगली हाथियों के आतंक से जनजीवन प्रभावित होने से उत्पन्न स्थिति आदि शामिल है। सदन के भीतर सत्तापक्ष को घेरने के लिए हर विधायक को अलग-अलग मंत्रियों को घेरने की जवाबदारी दी गई है।