छतरपुर,मध्यप्रदेश में माफियाओं के हौंसले दिनों दिन बुलंद होते जा रहे है। ताजा मामला छतरपुर के खिरी गांव का है, जहां रेत माफियाओं द्वारा नायब तहसीलदार को जान से मारने की धमकी दी गई है।घटना महाराजपुर थाना की है। पुलिस ने मामले दर्ज कर जांच शुरु कर दी है।
जानकारी के अनुसार, महाराजपुर तहसील में पदस्थ नायब तहसीलदार संजय गर्ग शनिवार दोपहर में गांव गुंदारा में एक हैंडपंप का विवाद निपटाने के लिए गए थे। लौटते वक्त गर्ग की नजर खिरी गांव की उर्मिल नदी के किनारे उन लोगों पर पड़ी जो रेत खदान से रेत भरकर जा रहे थे।जैसे ही ट्रैक्टर चालक की नजर नायब तहसीलदार पर पड़ी तो वह भागने लगा तभी ट्रैक्टर पलट गया और वो चालक घायल हो गया। इसकी जानकारी जब ट्रैक्टर मालिक और खिरी क्षेत्र में रेत का कारोबार कर रहे छोटू ठाकुर को लगी तो वह अपने स्कार्पियो वाहन से मौके पर पहुंचा और गाली -गलौच करने लगा। रेत माफिया छोटू इतने पर भी नहीं रुका और सरकारी गाड़ी पर टैक्टर चढ़ाकर नायब तहसीलदार को जान से मारने की कोशिश करने लगा, जैसे-तैसे करते नायाब तहसीलदार ने जान बचाई और अपने शासकीय वाहन को वहीं छोड़कर मौके से भाग निकलें। इस घटना के बाद रेत माफिया और उसके साथी राजस्व अमले को मौके पर गाली गलौज करते रहे। पुलिस ने गर्ग के कहने पर लिखित शिकायत दर्ज कर ली है और अब मामले की जांच की जा रही है।
वहीं इस मामले में थाना प्रभारी महाराजपुर की भी लापरवाही सामने आई है। थाना प्रभारी पर मामले में हीलाहवाली करने का आरोप लगा है। नायाब तहसीलदार ने इस मामले में कलेक्टर को अवगत कराया है। उसके बाद भी तहसीलदार की शिकायत पर थाना प्रभारी ने घटना के पांच घंटे बाद पुलिस अधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद मामला दर्ज किया है।