ग्वालियर,प्रदेश सरकार में नारायण सिंह कुशवाह के तीसरी बार मंत्री बनते ही शहर की राजनीति मे खलबली सी मच गई है। खास तौर पर भाजपा के वह नेता परेशान नजर आ रहे जो लश्कर पूर्व की सीट से चुनाव लडने के सपने देख रहे थे। तीसरी बार विघायक बनने के बाद नारायण सिंह कुशवाह को उस समय सरकार मे जगह नही मिली तो नारायण के समर्थक भी उनसे दूर रहने लगे थे। यथा नाम तथा गुण वाले नारायण अपने स्वभाव के अनुसार विधायक के रुप में भी खुश थे।और अपने काम मे लगे रहे ।लेकिन भाजपा के कुछ नेताओं ने लश्कर पूर्व की इस सीट पर अपनी दावेदारी शुरु कर दी थी। इस लाइन मे पूर्व महापौर समीक्षा गुप्ता उनकी देवरानी खुशबू गुप्ता, केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र्र सिंह के खास राकेश जादौन तथा भाजपा के कुछ पार्षद थे। लेकिन बीते रोज अचानक जब मंत्रीमंडल का विस्तार हुआ और विधायक नारायण सिह कुशवाह को जब कैबिनेट मंत्री की शपथ दिलाई गई । इसके साथ ही लश्कर पूर्व सीट से टिकट की दावेदारी करने वाले भाजपा नेताओ के चेहरे उतर गए। क्योकि शांत स्वभाव के नारायण तीसरी बार इस सीट से विघायक चुने गए।श्री कुशवाह के तीसरी बार मंत्री बनने पर भाजपा के कुछ नेता तो यह कहते नजर आए कि भाई पार्टी मे मेहनत के साथ आदमी का भाग्य भी होता है। और श्री कुशवाह भाग्य के धनी है। जो तीन बार विघायक और तीनोे बार मंत्री बने है।श्री कुशवाह के मंत्री बनते ही वह भाजपाई भी मंत्री के घर पर नजर आए जो पिछले चार साल से नारायण से दूरी बनाए थे।। वही श्री कुशवाह के मंत्री बनते ही उनके खास समर्थको की सक्रियता बढ गई।चुनावी साल में श्री कुशवाह के बनने से अब शहर की राजनीतिक गलियारों में कानाफूसी भी शुरु हो गई है।