विजयवाड़ा,गुरुवार को मोदी सरकार के अंतिम पूर्णाकालीक बजट आने के बाद मोदी सरकार के सहयोगी खफा हो चुके है। शुक्रवार को आम बजट में आंध्र प्रदेश की उपेक्षा और अपेक्षित फंड नहीं मिलने से आहत तेलुगू देशम पार्टी (टीडीपी) ने सहयोगी बीजेपी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। पार्टी के अध्यक्ष और आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री एन.चंद्रबाबू नायडू ने पार्टी की इमर्जेंसी मीटिंग बुलाई है। उधर,पार्टी के एक सांसद ने बीजेपी के खिलाफ ‘वॉर’ छेड़ने की घोषणा कर दी। नायडू की बैठक में यह तय होगा कि केंद्र और राज्य में एनडीए के साथ गठबंधन जारी रखा जाए या फिर तोड़ दिया जाए।इसके पहले ही चंद्रबाबू नायडू यह संकेत दे चुके हैं कि वह एनडीए से दोस्ती खत्म कर सकते हैं। चंद्रबाबू नायडू ने इस मीटिंग को लेकर दिल्ली में गुरुवार को अपने सांसदों से टेलिकॉन्फ्रेंस के जरिए बातचीत की। रविवार को टीडीपी के संसदीय बोर्ड की मीटिंग भी होनी है। टीडीपी के सांसद टीजी वेंकटेश ने शुक्रवार को कहा,हम बीजेपी के खिलाफ वॉर की घोषणा करने जा रहे हैं। हमारे पास तीन ही विकल्प हैं। पहला कि एनडीए के साथ बने रहे,दूसरा हमारे सांसद इस्तीफा दें और तीसरा गठबंधन से बाहर निकल जाएं। हम रविवार को सीएम नाडयू के साथ बैठक में फैसला करने वाले है। बता दें कि कुछ दिन पहले एनडीए और बीजेपी की पुरानी सहयोगी शिवसेना ने भी 2019 का आम चुनाव अलग लड़ने की घोषणा कर चुकी है।
सूत्रों के मुताबिक,चंद्रबाबू नायडू ने टीडीपी सांसदों से कहा कि बजट में आंध्र प्रदेश के लिए फंड के आवंटन से वह बेहद असंतुष्ट हैं। अब गेंद मोदी सरकार के पाले में हैं कि वह इस फैसले का कैसे बचाव करती है। हम लोग प्रदेश की जनता को बताएंगे कि कैसे बजट में आंध्र प्रदेश की पूरी तरह उपेक्षा की गई। नायडू ने सांसदों से कहा कि आंध्र प्रदेश की जनता से साथ हुए ‘अन्याय’ का जवाब बीजेपी के साथ गठबंधन तोड़कर ही दिया जा सकता है। हालांकि,चंद्रबाबू ने कहा कि वह बजट सेशन तक प्रतीक्षा करने को पक्षधर हैं और पार्टी को भी इस सत्र तक का इंतजार करना चाहिए। इससे पहले चंद्रबाबू नायडू गुरुवार शाम को अपने मंत्रियों से मिले और रेल बजट में कई अहम परियाजनाएं महाराष्ट्र को दिए जाने पर निराशा व्यक्त की। टीडीपी के प्रवक्ता जे प्रभाकर राव ने भी कहा,यदि ऐसी ही स्थिति बनी रही तो हम लोग बीजेपी के साथ गठबंधन जारी रखने पर दोबारा विचार कर सकते है। आंध्र प्रदेश के कृषि मंत्री एस चंद्रमोहन रेड्डी ने भी कहा, सीएम नायडू बेहद नाखुश हैं। बजट में आंध्र प्रदेश के लिए फंड आवंटन की हमें उम्मीद थी, लेकिन इसमें बेंगलुरु और मुंबई जैसे विकसित शहरों को तरजीह दी गई।’