रांची, झारखंड में मुख्यमंत्री रघुवर दास से नाराज चल रहे संसदीय कार्य मंत्री सरयू राय द्वारा पद छोड़ने की इच्छा जताने और स्थानीय-नियोजन नीति के मसले को लेकर सत्तारुढ़ एनडीए के करीब दो दर्जन विधायकों द्वारा नाराजगी जताने के बाद राज्य में राजनीतिक सरगर्मी बढ़ गयी है।
तेजी से बदलते राजनीतिक समीकरण के बीच बुधवार को भाजपा के कई विधायकों ने पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा से मुलाकात की और ताजा राजनीतिक हालात पर चर्चा की। हालांकि इन विधायकों की ओर से शिष्टाचार मुलाकात बताया गया है।
पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता अर्जुन मुंडा के रांची स्थित आवास पर भाजपा के कई विधायक उनसे मिलने पहुंचे और इन विधायकों के साथ अर्जुन मुंडा ने करीब एक घंटे तक अकेले में बात की। अर्जुन मुंडा से मिलने वाले विधायकों में ताला मरांडी, शिवशंकर उरांव, साधुचरण महतो, लक्ष्मण टुडू, जयप्रकाश वर्मा, मेनका सरदार, विमला प्रधान और गंगोत्री कुजूर समेत कई विधायक थे। हालांकि इस मुलाकात के बाद भाजपा विधायकों ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि यह शिष्टाचार मुलाकात थी। उन्होंने कहा कि विधानसभा का बजट सत्र सात कार्यदिवस पहले कल ही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित हो गया, इसलिए उनलोगों के पास समय था और क्षेत्र में वापस लौटने के पहले आज अर्जुन मुंडा से मुलाकात की। इन विधायकों ने इस मुलाकात को सामान्य बताते हुए कहा कि अर्जुन मुंडा पार्टी के वरिष्ठ नेता है और वरिष्ठ नेताओं से मिलने-जुलने का सिलसिला लगा रहता था।
इससे पहले मुख्यमंत्री रघुवर दास से कथित रुप से नाराज चल रहे इन विधायकों ने मंत्री सरयू राय से भी मुलाकात की। मंत्री सरयू राय आगामी चार फरवरी को दिल्ली जा रहे है। उनके दिल्ली जाने की वजह एक शादी समारोह में भाग लेना बताया जा रहा है, लेकिन मंत्री पद छोड़ने की इच्छा जता चुके सरयू राय ने पत्रकारों से बातचीत में दिल्ली जाकर भाजपा के वरिष्ठ नेताओं से बात कही है। राजनीतिक हलकों में चर्चा है कि सरयू राय के दिल्ली दौरे के दौरान भाजपा के कई विधायक दिल्ली जा सकते है और केंद्रीय नेतृत्व के समक्ष अपनी बातों को रख सकते है।
गौरतलब है कि भाजपा के करीब दो दर्जन विधायकों ने वर्ष 2016 में राज्य सरकार द्वारा घोषित स्थानीय एवं नियोजन नीति को गलत बताया है और इसमें बदलाव की जरुरत की बात कही है।