नई दिल्ली, इलाहाबाद हाईकोर्ट के जज एसएन शुक्ला की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायधीश जस्टिस दीपक मिश्रा ने इलाहाबाद हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस को सलाह दी है कि जस्टिस एसएन शुक्ला से सभी न्यायिक काम वापस ले लिए जाएं। इसके बाद जस्टिस शुक्ला को पद से हटाने और उनके खिलाफ सीबीआई जांच का रास्ता साफ हो गया है। बता दें कि मेडिकल एडमिशन घोटाले में एसएन शुक्ला की भूमिका की जांच कर रहे दल को उनके खिलाफ सबूत मिल गए हैं। अत: तीन जजों के इन हाउस पैनल ने भारत के मुख्य न्यायधीश जस्टिस दीपक मिश्रा से उन्हें पद से हटाने की सिफारिश की है। बता दें कि इस मामले को सुप्रीम कोर्ट के चार वरिष्ठ जजों ने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में भी उठाया था। पैनल की सिफारिश को स्वीकार करते हुए चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा ने जस्टिस शुक्ला को इस्तीफा देने या स्वेच्छा से रिटायरमेंट लेने का विकल्प दिया था। लेकिन जस्टिस शुक्ला ने ऐसा करने से इंकार कर दिया। इसके बाद चीफ जस्टिस ने इलाहाबाद हाईकोर्ट को तत्काल प्रभाव से सभी न्यायिक कामों को जस्टिस शुक्ला से लेने के निर्देश दिया है। उनके इस कदम से जस्टिस शुक्ला को पद से हटाने का भी रास्ता साफ हो गया है। इसके बाद सीबीआई भी जस्टिस शुक्ला के ऊपर केस दर्ज कर सकती है। जस्टिस शुक्ला पर आरोप है कि इलाहाबाद हाईकोर्ट की एक बेंच की अध्यक्षता करते हुए उन्होंने 2017-18 के शैक्षणिक वर्ष में छात्रों को प्रवेश देने के लिए निजी कॉलेजों को अनुमति दी थी। उनका यह कदम सीजेआई की अगुवाई वाली पीठ के पारित आदेश का उल्लंघन था। इस संबंध में जस्टिस शुक्ला के खिलाफ दो शिकायतें चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा से की गई थीं।