बिलासपुर,छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष भूपेश बघेल ने कहा है कि हाई पावर कमेटी की तकनीकी खामियां सामने आने के बाद अब यह साफ हो गया है कि कौन किसका साथ दे रहा है। लेकिन अजीत जोगी का साथ देने वालों को यह सोच लेना चाहिए कि वे जिसके साथ रहेंगे, उसे नुकसान उठाना पड़ेगा। पिछले चुनाव के समय अजीत जोगी कांग्रेस के साथ थे तो कांग्रेस को नुकसान हुआ , अब जिसके साथ रहेंगे, उसे नुकसान होगा।भूपेश बघेल यहां मंगलवार को पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी की जाति के मामले में हाईपावर कमेटी के फिर से गठन संबंधी फैसले पर अपनी प्रतिक्रिया दे रहे थे। उन्होने कहा कि इस मामले में हाईकोर्ट ने क्या फैसला दिया है, इसे अभी उन्होने नहीं देखा है।इसलिए इस पर अभी कुछ नहीं बोलेंगे। लेकिन यह जरूर कहा कि अब तक जो स्थिति सामने आ रही है, उससे लगता है कि फैसला हाईपावर कमेटी से जुड़ी तकनीकी खामियों पर है। भूपेश बोले कि अब यह सवाल उठता है कि आखिर हाईपावर कमेटी का गठन किसने किया था। यह समझ में आ रहा है कि सब कुछ एक सोची – समझी रणनीति के तहत किया गया है। और यह भी समझ में आ रहा है कि कौन अजीत जोगी का समर्थन कर रहा है। उन्होने कहा कि वे नंदकुमार साय और संतकुमार नेताम से बात करेंगे और उन्हे आगे आने के लिए कहेंगे। चूंकि इससे आदिवासी समाज पर चोट पहुंची है।
एक सवाल के जवाब में भूपेश बघेल ने कहा कि पिछले चुनाव के समय अजीत जोगी की जाति के मामले में हाईपावर कमेटी की रिपोर्ट वापस ली गई थी और इस बार भी चुनाव के पहले फिर से हाईपावर कमेटी के गठन की बात आ रही है। उन्होने कहा कि इससे लगता है कि कौन अजीत जोगी का साथ दे रहा है।लेकिन अजीत जोगी का साथ देने वालों को यह समझ लेना चाहिए कि अजीत जोगी जिसके भी साथ रहेंगे ,उसे नुकसान उठाना पड़ेगा। पिछले चुनाव के समय अजीत जोगी हमारे ( कांग्रेस ) के साथ थे तो हमें उसका नुकसान उठाना पड़ा था। इस बार वे जिसके साथ रहेंगे उसे नुकसान उठाना पड़ेगा।