मुरैना, रविवार को जिला न्यायालय परिसर में डिग्रीधारी युवा चपरासी, माली की नौकरी प्राप्त करने के लिये हुजूम की तरह खडे दिखाई दिये। मात्र 22 पदों के लिये लगभग 8 हजार युवा जिला न्यायालय परिसर के अंदर व सडक पर नौकरी पाने के लिये जद्दोजहद करते नजर आये। अनियंत्रित भीड को काबू करने के लिये पुलिस को लाठियां भी चलानी पड गईं।
प्रदेश भर में रविवार को जिला न्यायालयों में भृत्य व ड्रायवरों के पद हेतु साक्षात्कार का आयोजन जिला न्यायालयों में किया गया था। इसे देखते हुए रविवार की सुबह से ही मुरैना जिला न्यायालय पर जिले भर से आये हजारों युवक एकत्रित होने लगे और देखते-देखते लगभग 8 हजार के करीब युवा जिला न्यायालय परिसर के अंदर व बाहर सडकों पर नजर आये। भारी भीड को देखते हुए भारी पुलिस बल जिला न्यायालय पर तैनात किया गया था। जिला न्यायालय में भृत्य व ड्रायवरों के लिये 22 पदों पर भर्ती हेतु साक्षात्कार होना था, लेकिन बेरोजगार युवाओं की भीड इस कदर थी कि लोग इस भीड को देखकर आश्चर्यचकित थे। जो भी इस भीड को देख रहा था वह भीड होने का कारण पूछता नजर आया। प्रदेश में बेरोजगारी किस कदर छाई हुई है इसका नजारा एक बार पुन: देखने को मिला है। मात्र 22 पदों के लिये इतने युवाओं का एकत्रित होना प्रदेश की सरकार के विकास के दावों पर प्रश्न चिन्ह खडा करता है। उल्लेखनीय बात यह है कि बी कॉम, बीएड, बीएससी आदि डिग्रीधारी छात्र नौकरी ना मिलने के कारण भृत्य की नौकरी भी मिलने से परहेज नही कर रहे।
इधर जिला न्यायालय पर बेरोजगार युवाओं की भारी भीड होने से पुरानी हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी के मुख्य मार्ग पर जाम लग गया, वहीं एम.एस.रोड पर भी जाम के हालात पैदा हो गये। देखते-देखते भीड अनियंत्रित होने लगी तो पुलिस को भीड नियंत्रित करने व जाम के हालातों को ठीक करने के लिये लाठियां चलानी पडी, जिससे वह भगदड की स्थिति उत्पन्न हो गई।