नौ जिले में खुलने थे कार्यालय,डाकघरों में पासपोर्ट दफ्तर साल भर बाद भी नहीं खुले

भोपाल,प्रदेश के डाकघरों में पासपोर्ट दफ्तर साल भर बाद भी नहीं खुल पाए है। प्रदेश के कुल नौ जिलों के डाकघरों में पासपोर्ट दफ्तर खुलना थे लेकिन साल भर बाद भी वह नहीं खुल पाए हैं। सूत्रों की माने तो इस संबंध में विदेश मंत्रालय तो अपना साजो-सामान लेकर तैयार है, लेकिन डाक विभाग व्यवस्थाएं नहीं जुटा पा रहा। केंद्र सरकार ने मार्च तक इसके लिए डेडलाइन तय की है। उधर, ऑरेंज पासपोर्ट का मामला भी विदेश मंत्रालय की हरी-झंडी के इंतजार में अटक गया है। विदेश मंत्री एवं विदिशा सांसद सुषमा स्वराज की पहल पर देश में सबसे पहले विदिशा के डाकघर में पासपोर्ट दफ्तर की सुविधाएं शुरू की गईं। ग्वालियर, जबलपुर और सतना के डाकघर में भी पासपोर्ट के आवेदन जमा होने लगे, लेकिन मप्र के नौ अन्य शहरों में पासपोर्ट सेवा केंद्र खोलने का प्रस्ताव हकीकत में नहीं बदल पाया। विदेश मंत्रालय ने इस मुद्दे पर डाक विभाग को कई बार पत्र भी भेजे, लेकिन कार्रवाई नहीं हुई। विदेश मंत्री ने देश के कुल 83 शहरों के डाकघरों में पासपोर्ट सेवा केंद्र खोलने की मंजूरी दी है। इनमें मप्र के 13 शहर हैं। वहीं छिंदवाड़ा, बालाघाट, उज्जैन, सिवनी, सीधी, होशंगाबाद, देवास, सीहोर और बैतूल में केंद्र खुलेंगे। इन शहरों में 31 मार्च के पहले यह सुविधा शुरू होना है लेकिन डाक विभाग की उदासीनता आड़े आ रही है।
उधर आरेंज पासपोर्ट को अब तक विदेश मंत्रालय की हरी झंडी नहीं मिल पाई। इस नए रंग के पासपोर्ट का उपयोग घर का पता प्रमाणित करने के लिए नहीं हो सकेगा। विदेशों में नौकरी करने जाने वाले जिन्हें इमिग्रेशन चैक रिक्वायर्ड (ईसीआर) पासपोर्ट दिया जाता है उन्हें ही ऑरेंज रंग का पासपोर्ट जारी किए जाने का प्रस्ताव मंथन के दौर में है। ऑरेंज पासपोर्ट को लेकर चर्चाएं शुरू होते ही प्रदेश के पासपोर्ट कार्यालय में पूछताछ भी बढ़ गई है। ऑरेंज कलर के पासपोर्ट की मंजूरी मिल गई तो चार रंग के हो जाएंगे पासपोर्ट। अभी नीला, सफेद और महरून रंग के जारी होते हैं। मामले में इंटरनेशनल सिविल एविएशन ऑर्गेनाइजेशन (आईसीएओ) की गाइडलाइन भी मांगी गई है। उधर इंडियन सिक्यूरिटी प्रेस (नासिक) में ऑरेंज कलर की जैकेट (पासपोर्ट) को लेकर डिजाइन निर्माण की कार्रवाई भी शुरू कर दी गई है। विदेश मंत्रालय के सूत्रों का कहना है कि सामान्य श्रेणी के पासपोर्ट आवेदकों को इमिग्रेशन चैक नाट रिक्वायर्ड (ईसीएनआर) का स्टेटस रहता है। ऐसे आवेदकों को पूर्ववत नीले रंग का पासपोर्ट ही जारी किया जाएगा लेकिन ऑरेंज पासपोर्ट के अंतिम पेज पर पति-पत्नी का नाम, माता-पिता का नाम, घर का पता जैसी जानकारी नहीं रखने का प्रस्ताव है। इस बारे में क्षेत्रीय पासपोर्ट अधिकारी नीलेश श्रीवास्तव का कहना हैं कि नौ शहरों में पासपोर्ट सेवा केंद्र खोलने के लिए डाक विभाग को कई बार आग्रह पत्र भेज चुके हैं। हमने इन शहरों का जल्दी ही संयुक्त निरीक्षण करने का प्रस्ताव दिया भी है। 31 मार्च के पहले केंद्र खुलना जरूरी है।

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