कोलोराडो,हॉलीवुड और बॉलीवुड फिल्मों में हमने कई बार जॉम्बी किरदार देखें हैं जो इंसानों को खाने के लिए दौड़ते हैं। लेकिन ऐसी कोई बीमारी आजतक हकीकत में नहीं देखी गई है,ये सिर्फ फिल्मों की कल्पना मानी जाती है। लेकिन अब कुछ विशेषज्ञों ने आगाह किया है कि हिरणों में तेजी से बढ़ रही एक बीमारी इंसानों में होने का खतरा है, जिसके बाद वो जॉम्बी जैसे बन जाएंगे। बता दें कि अमेरिका और कनाडा के कुछ हिस्सों में हिरणों को ‘क्रोनिक वेस्टिंग डिजीज’ नाम की एक बीमारी हो रही है। इस बीमारी को जॉम्बी हिरण बीमार भी कहते हैं। ये बीमारी अमेरिका के 22 राज्यों और कनाडा के 2 राज्यों में बसने वाले हिरणों में फैल चुकी है और तेजी से बढ़ रही है। जानकारों का कहना है कि ये बीमारी हिरण के दिमाग,रीढ़ की हड्डी और कई कोशिकाओं पर अटैक करती है। इसमें जानवरों का वजन अचानक कम हो जाता है, दिमागी संतुलन बिगड़ जाता है, वो बेहद गुस्सैल हो जाते हैं और अंत में मौत हो जाती है।
विशेषज्ञों का कहना है कि फिलहाल तो इसतरह के सबूत नहीं हैं कि हिरणों की ये बीमारी इंसानों में फैल सकती है। लेकिन ऐसा पाया गया है कि ये रोग अफ्रीकी लंगूरों में हिरण का मांस खाने से फैल जाता है। इसी को देखते ऐसा माना जा रहा है कि आगे चलकर ये इंसानों पर भी अटैक कर सकती है। बता दें कि सीडब्लूडी बीमारी 50 साल पहले कोलाराडो में हिरणों में पाई गई थी। इस बीमारी के भयानक परिणाम होते हैं जिससे जानवर अजीबोगरीब हरकतें करने लगते हैं। इसे ‘जौम्बी डिजीज’ कहने के पीछे की वजह है कि इससे ग्रस्त प्राणी सुन्न पड़ जाता है, वजन इतना कम हो जाता है कि पसलियां दिखने लदती हैं और वो जरूरत से ज्यादा गुस्सैल हो जाता है। हालांकि अमेरिका के कोलाराडो पब्लिक रेडियो का कहना है कि अभी तक ऐसे प्रमाण नहीं है कि संक्रमित हिरण का मांस खाने से इंसानों को यह बीमारी हो जाएगी।