नई दिल्ली,दिल्ली के बुराड़ी इलाके में मुंह और पैर में छाले पड़ने के बाद दवा देने से 22 गायों की मौत हो गई, जबकि 58 से ज्यादा की हालत नाजुक बनी हुई है। पिछले 5 दिन के भीतर लगातार हो रही गायों की मौत पर पशुपालन विभाग ने जांच शुरू कर दी है। बृहस्पतिवार टीम ने मौके पर जाकर गायों के सैंपल लेना भी शुरू किया। हालांकि गायों की मौत के पीछे एक सरकारी डॉक्टर की सलाह को जिम्मेदार बताया जा रहा है। बाबूराम त्यागी कई वर्षों से दिल्ली के बुराड़ी इलाके में डेरी चलाते हैं। काऊ प्राइड प्राइवेट लिमिटेड नामक इस डेरी की सभी गायें कुछ दिन पहले बीमार पड़ीं थीं। त्यागी ने कहा कि गायों के मुंह और पैर में अक्सर छाले की तरह एक बीमारी हो जाती है, जिससे बचाव के लिए हर छह माह में इन्हें पशु चिकित्सालय ले जाकर एसएमडी वैक्सीन लगवाना पड़ता है। अगर यह वैक्सीन बीमारी होने के बाद दिया जाता है तो जहर की तरह काम करने लगता है। इसके चलते उनकी मौत तक हो सकती है। त्यागी का आरोप है कि जब एक दो गायें बीमार होने लगीं तो पास में ही सरकारी पशु चिकित्सालय जाकर चिकित्सक से संपर्क किया। वहां उनकी सुनवाई नहीं हुई। कुछ दिन बाद वे फिर से वहां गए तो डॉक्टर ने एसएमडी वैक्सीन उन्हें पकड़ाते हुए कहा कि जाकर गायों को लगा दो। बीमारी से तड़पती गायों को देख परेशान त्यागी ने वैक्सीन लगा दिया। इसके बाद गायों की हालत बिगड़ने लगी और एक-एक करके उनकी मौत का सिलसिला शुरू हुआ। वैक्सीन लगाने के बाद जब गायों की तबीयत बिगड़ने लगी तो वे निजी पशु चिकित्सक के पास पहुंचे तो चिकित्सक ने बताया कि इस वैक्सीन को बीमारी होने के बाद देने पर जानलेवा हो जाता है।