मोदी लोकप्रिय, मगर पार्टी ने बाकी नेताओं को बना दिया बलि का बकरा

नई दिल्ली, पहले लालकृष्ण आडवाणी, फिर शत्रुघ्न सिन्हा, फिर यशवंत सिन्हा और अब लगता है कि सुब्रमण्यम स्वामी ने भी खुलकर भाजपा के विचारों और उसके चरित्र पर हमला करने का मन बना लिया है। उन्होंने कहा कि इसमें कोई शक नहीं कि मोदी बहुत लोकप्रिय हैं, मगर पार्टी ने उनके कारण नेताओं को हाशिए पर डाल दिया है। लगभग इसी प्रकार के विचार पिछले महीने बीजेपी के वरिष्ठ नेता यशवंत सिन्हा ने भी व्यक्त किए थे। वह कई बार कह चुके हैं कि पार्टी के सभी नेता विशेष कर सांसद इस बात को महसूस करते हैं कि मोदी के कारण उनकी अपनी व्यक्तिगत पहचान खो रही है, मगर बोलने की हिम्मत कोई नहीं दिखाता। पिछले महीने जब सुप्रीम कोर्ट के चार जजों ने चीफ जस्टिस के खिलाफ मीडिया और जनता के बीच अपना मुंह खोला था, तब भी यशवंत सिन्हा ने सांसदों से कहा था कि अब उनकी बारी है और वह भी जनता के समक्ष आएं। यह पहली बार नहीं है, जब सुब्रमण्यम स्वामी ने अपनी ही पार्टी के खिलाफ मुंह खोला है। अभी हाल ही में उन्होंने देश की जीडीपी पर सरकार के आंकड़ों को गलत बताया था। उन्होंने कहा था कि यह आंकड़े झूठे हैं। अब स्वामी फिर बोल पड़े हैं। 2014 के बाद का अंदरूनी कलह जो बीजेपी के भीतर है, अब वही सामने आ रहा है। मोदी को आगे करने की वजह से नितीश कुमार ने एनडीए से किनारा कर लालू यादव से हाथ मिला लिया था। बाद में जब मोदी ने सीबीआई को सबके पीछे लगाया, तो नीतीश मोदी से मिल गए। मगर वह कितने दिन साथ रहेंगे, यह कहना मुश्किल है। आडवाणी को इन लोगों ने कहां फेंक दिया, सबको पता है। कुछ तो रहा होगा कि शत्रुघ्न सिन्हा खुलकर विरोध में हैं। यशवंत सिन्हा पार्टी की नीतियों पर सवाल उठाते नज़र आ रहे हैं। मगर आज अमित शाह को पूरे भारत का सबसे बुद्धिजीवी और सबसे बड़ा अर्थशास्त्री मान लिया गया है। ऐसे में अगर पार्टी ने सुब्रमण्यम स्वामी के इस बयान को नज़रअंदाज़ किया तो भविष्य में उसका अस्तित्व खतरे में पड़ सकता है, क्योंकि जो लोग मोदी के बाद पार्टी में दिख रहे हैं, जैसे योगी आदित्यनाथ और गिरिराज सिंह इत्यादि, उनके भरोसे पार्टी की नैया पार नहीं लगने वाली।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *