हैदराबाद,तेलुगू देशम पार्टी के अध्यक्ष और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने एनडीए से नाता तोड़ने के संकेत दिए हैं। उन्होंने अलग होने की संभावनाओं के लिए भाजपा को ही जिम्मेदार ठहराया है।
राज्य के भाजपा नेताओं द्वारा तेलुगू देशम पार्टी की आलोचनाओं पर पहली बार प्रतिक्रिया देते हुए चंद्रबाबू ने कहा कि इन्हें कंट्रोल करना बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व की जिम्मेदारी है। इससे पहले शिवसेना ने कहा था कि बीजेपी सहयोगी दलों को महत्व नहीं दे रही है इसीलिए पार्टी ने अपनी भविष्य की अलग रणनीति तय कर ली है। शनिवार को चंद्रबाबू नायडू ने साफ कहा, ‘हम भजपा के साथ मित्र धर्म निभा रहे हैं लेकिन अगर वह नहीं चाहती कि हम आगे से गठबंधन में रहें तो हम अपनी राह पर चलेंगे।’
नायडू का बयान महत्वपूर्ण है क्योंकि पिछले महीने से आंध्र प्रदेश के राजनीतिक गलियारों में इस बात की खूब चर्चा है कि क्या जगनमोहन रेड्डी के नेतृत्व वाली वाईएसआर कांग्रेस भारतीय जनता पार्टी से हाथ मिला सकती है? पिछले महीने वाईएसआर कांग्रेस के कई नेताओं ने भाजपा के वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात की थी। दिसंबर के आखिरी हफ्ते में वाईएसआर कांग्रेस के सांसद वी विजयसाई रेड्डी ने पीएम मोदी से भी भेंट की थी। गौर करने वाली बात यह है कि विजयसाई के बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से भी अच्छे संबंध हैं। इसके बाद से ही आशंका जताई जा रही थी कि बीजेपी और टीडीपी के बीच संबंध अच्छे नहीं चल रहे हैं।