गौपालन और जैविक खेती से ही सुधरेगी किसान की आर्थिक स्थिति,इस्लाम भी नहीं करता गौ-रक्षकों का विरोध: भागवत

दरभंगा, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सर संघचालक मोहन भागवत ने आज देश में महँगी हो रही स्वस्थ्य सेवाओं और शिक्षा को सस्ता किये जाने की आवस्यकता पर बल दिया,उन्होंने कहा कि गोपालकों और गौ-रक्षकों का भारत में इस्लाम धर्म मानने वाले भी विरोध नहीं करते। स्वामी विवेकानंद कैंसर अस्पताल का उद्धघाटन करते हुए भागवत ने कहा कि बहुत से मुसलमान भी गोमांस नहीं खाते हैं। उन्होंने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार की तारीफ करते हुए कहा कि देश में पहले निराशा का वातावरण था, अब आशा का संचार हुआ है। भागवत ने देश में उपद्रव फ़ैलाने वालों पर निशाना साधते हुए कहा कि भारत एक न रहे, इसलिए कुछ लोग समाज को बांट रहे हैं। लेकिन हमें धैर्य नहीं खोना चाहिए। उन्होंने कहा कि भारत के सभी लोग सहोदर भाई हैं। भागवत ने किसानों की हालत चिंताजनक बताते हुए कहा कि देश की आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए किसानों की आर्थिक स्थिति सुधारनी पड़ेगी। इसके लिए गौपालन एवं जैविक खेती को बढ़ावा देना होगा। उन्होंने कहा कि भारत में शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाएं दुर्लभ एवं महंगी होती जा रही हैं, इन दोनों को सस्ता होना चाहिए। विदेशों में भारतीय चिकित्सकों की बड़ी प्रतिष्ठा है, क्योंकि वे आस्थापूर्वक इलाज करते हैं। देश में सरकारी अस्पतालों में सुविधाएं है, लेकिन विश्वास एवं आस्था का वातावरण नहीं है, जिसे बनाने की जरुरत है। कार्यक्रम में केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्वनी चौबे ने कहा कि बिहार में भाभा एटॉमिक रिसर्च सेंटर द्वारा मुजफ्फरपुर स्थित कृष्ण मेडिकल कालेज में 150 करोड़ रूपए की लागत से 250 बिस्तरों वाला कैंसर अस्पताल खोला जाएगा।

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