लखनऊ,आठ फरवरी से शुरू होने वाले उत्तर प्रदेश विधानसभा का बजट सत्र काफी हंगामेदार रहने की उम्मीद है। जिस तरह से लखनऊ में डकैती, हत्या और लूटपाट की घटनाएं और पूरे प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति चरमराई हुई है, उसको लेकर विपक्ष आक्रमक मूड है। सत्र में मुख्य रूप से वित्तीय वर्ष 2018-19 का बजट पेश होना है। राज्य विधान मण्डल के दोनों सदनों को 14 दिसम्बर 2017 को आहूत किया गया था। 22 दिसम्बर, 2017 इसे अनिश्चित के लिए स्थगित कर दिया गया था।
इसके बाद विधान सभा व विधान परिषद का सत्रावसान भी 11 जनवरी, 2018 को करा दिया गया था। राज्य विधान मण्डल के दोनों सदनों का आगामी सत्र वर्ष 2018 का प्रथम सत्र होगा, जो संविधान के अनुच्छेद 176 की अपेक्षानुसार एक साथ समवेत दोनों सदनों के समक्ष सूबे के राज्यपाल रामनाईक के अभिभाषण से प्रारम्भ होगा। गौरतलब है, उत्तर प्रदेश विधानसभा के बजट सत्र के दौरान ही 20 और 21 फरवरी को इन्वेस्टर समिट का भी आयोजन किया जा रहा है। विधानसभा का बजट सत्र आठ फरवरी से 20 मार्च तक चलना है। उत्तर प्रदेश सरकार ने 23 जनवरी को हुई मंत्रिमंडल की बैठक में बजट सत्र की तारीखों को मंजूरी दी। इस बारे में मीडिया को जानकारी देते हुए सरकार के प्रवक्ता और स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा, ‘सत्र के दौरान बजट कब पेश होगा इसका फैसला सदन की कार्यमंत्रणा समिति करेगी। बजट की तारीख के बारे में जानकारी भी वही देगी।