लखनऊ,राज्य में बढ़ अपराधों पर शोर-शराबे के बीच सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आला पुलिस अधिकारियों को तलब कर उनकी क्लास ली ,सीएम ने सख्त लहजे में कहा कि यदि अपराधियों पर अंकुश नहीं लगा पा रहे हैं तो पुलिस अधिकारी कर क्या रहे हैं? यदि वह काम नहीं कर पा रहे हैं उनके पद पर बने रहने का औचित्य नहीं है।
गौरतलब है राजधानी में बीते चार दिनों में तीन डकैती, सहारनपुर व मथुरा में लगातार आपराधिक घटनाओं को लेकर मुख्यमंत्री ने सख्त तेवर अपनाते हुए प्रमुख सचिव गृह से लेकर कमोबेश सभी बड़े पुलिस अफसरों को क्लास ली। उन्होंने एडीजी कानून व्यवस्था से सहारनपुर, मथुरा और राजधानी में हो रही घटनाओं पर नाराजगी जतायी। इस बैठक में एसएसपी, एसपी, एसटीएफ, एडीजी क्राइम, एडीजी डायल 100 के साथ आईजी ला एंड आर्डर समेत कई अधिकारियों के पेंच कसे। इस दौरान एडीजी लखनऊ जोन, एडीजी ला एंड आर्डर और आईजी लखनऊ विशेष रूप से उपस्थित थे।
बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि कैसे लखनऊ में एक सप्ताह के भीतर तीन डकैती हो गयीं। इन घटनाओं का अभी तक खुलासा क्यों नहीं हुआ? उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अपराधियों का पता लगाकर उनके खिलाफ तत्काल कार्रवाई करें। हालांकि इस दौरान लखनऊ में हुई डकैतियों के बारे में अधिकारियों ने बताया कि यह घुमंतू प्रवृत्ति के अपराधियों द्वारा अंजाम दिया गया है। इसे लेकर पूरे लखनऊ जोन में रात 10 बजे से सुबह 4 बजे तक पुलिस की जबरदस्त गश्त करायी जा रही है। थानों को चेकिंग के साथ कांबिंग का भी निर्देश दिया गया है। मुख्यमंत्री ने मथुरा में लगातार हो रही घटनाओं पर आश्र्चय जताते हुए कहा कि आखिर कैसी पुलिसिंग हो रही है कि अपराधी तो पुलिस की गोली के शिकार नहीं हो पा रहे हैं, बल्कि आमजनों को गोली लग जा रही है। मथुरा में पुलिस की गोली से मृत बच्चे के प्रति दुख व्यक्त करते हुए कहा कि दोबारा यदि ऐसी घटनाएं आयी तो पुलिस अधिकारी सख्त कार्रवाई के लिए तैयार रहें। मुख्यमंत्री ने सहारनपुर में दुर्घटना में घायल युवक को डायल-100 द्वारा अस्पताल न ले जाने पर नाराजगी जतायी। उन्होंने आश्र्चय जताया कि आखिर पुलिस इतनी संवेदनहीन कैसे हो सकती है? इस अवसर पर एडीजी ला एंड आर्डर आनन्द कुमार ने मीडिया को बताया कि मुख्यमंत्री ने कुछ जिलों की आपराधिक घटनाओं पर चिंता व्यक्त करते हुए तत्काल खुलासे का निर्देश दिया है। अपराध जल्द काबू में होंगे।