जयपुर, फिल्म पद्मावत के सुप्रीम कोर्ट के आदेश कि फिल्म रिलीज हो पर करणी सेना के संरक्षक लोकेन्द्र सिंह कालवी ने आज प्रेस कॉन्फ्रेस में साफ किया कि करणी सेना सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों पर रिलीज हुई फिल्म का पूरी ताकत के साथ विरोध करेगी और इस विरोध में गोली खाने को तैयार हूं पर फिल्म हरगिज नहीं होगी। फिल्म पद्मावत देश भर में आज 25 जनवरी को रिलीज होने वाली है। लेकिन करनी सेना समेत कई संगठनों ने इसके विरोध का बीड़ा उठा लिया है। दिल्ली जयपुर हाईवे भी जाम करने की सूचना है। उधर चित्तौडग़ढ़ में भी राजपूत महिलाओं ने जौहर करने की धमकी तक दे डाली है। फिल्म पद्मावत के बैन को लेकर राजस्थान में कई जगहों पर हंगामा विरोध प्रदर्शन और आगजनी हुई है।
हालांकि प्रदेश में पुलिस ने स्थितियों पर काबू पाने का हरसंभव प्रयास कर रही है। हमले की आशंका के चलते पूरे प्रदेश की पुलिस अलर्ट पर है। करणी सेना के संरक्षक लोकेन्द्र कालवी ने साफ किया है कि इस फिल्म को किसी भी हाल मेें राजस्थान में रिलीज नहीं होने दिया जाएगा। कालवी ने कहा कि मुझे पुलिस गिरफ्तार करना चाहती है लेकिन चाहें कुछ भी हो जाए प्रदेश में तो ये फिल्म रिलीज नहीं होने दी जाएगी। कालवी ने कहा कि उन्हें गिरफ्तार किया गया तो भी इस फिल्म का विरोध और तेज होगा और तब जनता कर्फ्यू लगेगा। करणी सेना ने साफ कर दिया है कि इस फिल्म के बैन के अलावा उनकी कोई् मांग नहीं है। अब करणी सेना उस जगह विरोध प्रदर्शन करेगी, जिस जगह इस फिल्म को रिलीज किया जा रहा है। कालवी ने कहा कि जिस तरह से फिल्मकारों की आदत हो गयी है कि विवाद पैदा करने के बाद उस फिल्म की पब्लिसिटी कर दी जाए लेकिन इस बार ये नहीं हो सकेगा। एक बार फिर से कालवी ने जनता कर्फ्यू का आह्वान किया है। कालवी ने कहा कि फिल्म के विरोध जो भी हिंसा हो रही है उसका जिम्मेदार करणी सेना नहीं बल्कि संजय लीला भंसाली है। करणी सेना ने आज एक बार फिर सीबीएफसी अध्यक्ष प्रसून जोशी को जयपुर नहीं आने की धमकी दी है। करणी सेना के अध्यक्ष महिपाला मकराना ने कहा कि हमने संजय लीला भंसाली को भी कहा था कि राजस्थान में ना आए वो आए और नतीजा सबके सामने है। अब अगर प्रसून जोशी आते हैं तो नतीजा वहीं होगा जो भंसाली का हुआ था। वहीं जब पत्रकारों ने पूछा कि राजस्थान के लोग भी ये फिल्म देखना चाहते हैं तो महिपाल मकराना ने कहा कि जो राजस्थानी इस फिल्म को देखना चाहता है उसे राजस्थानी कहलाने का हक ही नहीं है, और उन्हें राजस्थान छोडक़र चले जाना चाहिए।
चित्तौडगढ़ दुर्ग के आसपास कड़ी नजर :- चित्तौडगढ में फिल्म के विरोध को लेकर पहले से ही प्रस्तावित जौहर को लेकर पुलिस सतर्क है दुर्ग के आसपास सवेरे से ही बडी संख्या में पुलिस बल की नियुक्ति की गई जिले के राजपूत नेताओं को पहले ही स्थानीय पुलिस ने ताकीद किया है कि वे किसी तरह का उग्र प्रदर्शन नहीं करें। तो सरकार के गृहमंत्री गुलाबंचद कटारिया ने सभी जिलो के एसीपीओ को निर्देश दिए है कि प्रदर्शन करने वालों पर कडी नजर रखी जाएं।
फिल्म वितरकों ने खींचे हाथ :- राजस्थान में फिल्म व्यवसाय से जुडे आरके सारा ने कहा कि राजस्थान में करणी सेना का बहुत ज्यादा भय हो गया है ऐसे में पुलिस ने सुरक्षा को लेकर कोई फिलहाल गारंटी नहीं दी है फिल्म का प्रदर्शन नहीं किया जाएगा तो अन्य कई और वितरकों ने फिल्म प्रदर्शन के लिए रजामंदी नहीं जताई है रिस्क लेने को कोई तैयार नहीं दिख रहा है।