जोहानिसबर्ग,दक्षिण अफ्रीका ने तीसरे और आखिरी टेस्ट में भारत पर शिंकजा कस लिया है। विराट कोहली की अगुवाई में टीम इंडिया की पहली पारी महज 187 रन पर सिमट गयी। भारत की ओर से कप्तान विराट कोहली (54) और चेतेश्वर पुजारा (50) ने अर्धशतक जमाया। दोनों के अलावा तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार ने 30 रन की पारी खेली। पहले दिन का खेल समाप्त होने पर दक्षिण अफ्रीका पहली पारी में 1 विकेट के नुकसान पर 6 रन बना लिया था। भुवनेश्वर कुमार ने भारत को पहली सफलता दिलायी।
इन तीनों बल्लेबाजों को छोड़कर कोई भी दहाई के आंकड़े को भी नहीं छू सका। पहले दो टेस्ट में टीम में शामिल नहीं किये गये अजिंक्य रहाणे मात्र 9 रन बनाकर पवेलियन लौट गये। कप्तान विराट कोहली ने अपनी अर्धशतकीय पारी के दौरान 109 गेंद का सामना किया और 9 चौके लगाये. आज टीम इंडिया की शुरुआत काफी खराब रही और दोनों ओपनर मुरली विजय (8) और केएल राहुल (0) आउट होकर पवेलियन लौट गये. मुरली और राहुल दोनों ने एक बार फिर निराश किया। कोहली और पुजारा ने तीसरे विकेट के लिये 84 रन की साझेदारी की। इन दोनों में विशेषकर कोहली ने कुछ अच्छे शाट खेले. कोहली जब 32 रन पर थे तब उन्हें दूसरा जीवनदान मिला। एबी डिविलियर्स ने मोर्ने मोर्कल (35 रन देकर एक विकेट) की गेंद पर तीसरी स्लिप में उनका कैच छोड़ा. उन्होंने इसके बाद भी आक्रामक रवैया अपनाये रखा। इस बीच उनका कैगिसो रबाडा (31 रन देकर एक) के साथ रोचक जंग भी देखने को मिली।
भारत ने लंच के बाद पहले घंटे में 50 रन जोड़े। इस बीच भारतीय कप्तान ने 101 गेंदों पर अपना अर्धशतक पूरा किया। इसके बाद हालांकि भाग्य ने उनका साथ नहीं दिया तथा 43वें ओवर में लुंगी एनगिडी (सात रन देकर एक विकेट) की गेंद पर डिविलियर्स ने उनका कैच लपक लिया। भारत ने 46वें ओवर में 100 रन का आंकड़ा पार किया। वर्नोन फिलैंडर (22 रन देकर एक) की गेंद पर उन्हें कैच आउट दिया गया लेकिन यह नोबाल निकल गयी. रहाणे इसका फायदा नहीं उठा पाये मोर्कल की गेंद उन्हें पगबाधा आउट दे दिया गया। बल्लेबाज ने रिव्यू लिया. गेंद लेग साइड की तरफ जा रही थी और केवल स्टंप को स्पर्श कर रही थी लेकिन अंपायर ने अपना फैसला नहीं बदला, उन्होंने नौ रन बनाये। इससे पहले घसियाली पिच पर टास जीतकर बल्लेबाजी करने वाले भारत ने दोनों सलामी बल्लेबाजों लोकेश राहुल (शून्य) और मुरली विजय (08) के विकेट 8.4 ओवर में गंवा दिये जिससे टीम का स्कोर दो विकेट पर 13 रन हो गया।
भारत ने जीवंत पिच पर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया, भारत ने अपने सलामी बल्लेबाजों के विकेट जल्दी खो दिये। फिलैंडर की गेंद राहुल के बल्ले का अंदरूनी किनारा लेकर विकेटकीपर क्विंटन डिकाक के दस्तानों में समा गयी। विजय भी नौंवे ओवर में रबाडा की गेंद पर विकेट के पीछे कैच देकर पवेलियन लौटे।
इससे पहले भारतीय कप्तान विराट कोहली ने चार तेज गेंदबाजों के साथ उतरने का फैसला करते हुए स्पिनर रविचंद्रन अश्विन की जगह तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार को टीम में शामिल किया। पहले दो टेस्ट के लिए टीम में जगह बनाने में नाकाम रहे अजिंक्य रहाणे को रोहित शर्मा की जगह अंतिम एकादश में जगह मिली. दक्षिण अफ्रीका ने भी एक बदलाव करते हुए स्पिनर केशव महाराज की जगह एंडिले फेहलुकवायो को टीम में शामिल किया।
केपटाउन में पहला टेस्ट 72 रन से और सेंचुरियन में दूसरा टेस्ट 135 रन से जीतने के बाद मेजबान टीम शृंखला पहले ही अपने नाम कर चुकी है। विराट कोहली की कप्तानी में विदेशी सरजमीं पर भारत की टेस्ट शृंखला में यह पहली हार है। इसमें 2014 में ऑस्ट्रेलिया में मिली हार शामिल नहीं है क्योकि उस समय महेंद्र सिंह धौनी पूर्णकालिक कप्तान थे। इसके साथ ही भारत का 2015 से चला आ रहा लगातार नौ श्रृंखलाओं की जीत का सिलसिला भी टूट गया। भारतीय टीम अगर 3-0 से हारती है तो भी नंबर एक टेस्ट रैंकिंग नहीं गंवायेगी।