वॉशिंगटन,अमेरिका ने भारतीय मूल के ब्रिटिश आतंकी सिद्धार्थ धार और बेल्जियम मूल के मोरक्को के आतंकी अब्दुल लतीफ गनी को वैश्विक आतंकी घोषित करके उन पर प्रतिबंध लगा दिया है। यह जानकारी अमेरिका के गृह मंत्रालय ने दी है। धार हिंदू है, जो धर्म परिवर्तन करके मुस्लिम बन गया था। उसने अपना नाम अबू रुमैसाह रख लिया। 2014 में वह फरार होकर अपनी पत्नी और बच्चों के साथ सीरिया चला गया था। इस्लामिक स्टेट (आईएस) द्वारा सेक्स स्लेव बनाई गई एक यजीदी लड़की निहाद बरकात ने मई-2016 में बताया था कि धार ने ही उसका अपहरण किया था और वह उसे मोसुल ले गया था। धार ‘जिहादी जॉन’ कहा जाने लगा और आईएस का कमांडर बन गया। अमेरिका ने अब उसे वैश्विक आतंकवादी घोषित कर दिया है। वैश्विक आतंकी घोषित हुआ दूसरा आतंकी अब्दुल लतीफ गनी है, जो बैल्जियम मूल का मोरक्को का नागरिक है। इस प्रतिबंध के बाद अमेरिका में स्थित धार और गनी की संपत्ति जब्त हो जाएगी और अमेरिका का कोई भी नागरिक उनसे किसी तरह का लेन-देन नहीं कर पाएगा। बता दें कि आईएस में मोहम्मद एमवाजी को ‘जिहादी जॉन’ के नाम से जाना जाता था। जनवरी-2016 में ब्रिटेन के लिए जासूसी करने वाले कई कैदियों का आईएस ने गला काटने का वीडियो जारी किया था। उसमें मास्क पहने जो शख्स था, वह मोहम्मद एमबाजी के साथ सिद्धार्थ धार ही था। एमबाजी की मौत के बाद धार को जिहादी जॉन कहा जाने लगा था। जबकि गनी बेल्जियम मूल का मोरक्को का नागरिक है। उसके बारे में माना जाता है कि वह मिड्ल ईस्ट में आईएस के लिए लड़ता है। गनी का संबंध ब्रिटेन स्थित आईएस के समर्थक मोहम्मद अली अहमद और हमजा अली से था। उन दोनों को 2016 में आतंकी गतिविधियों में संलिप्त होने का दोषी ठहराया गया था।