लखनऊ,औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना ने फरवरी माह में होने वाली इन्वेस्टर्स समिट की तैयारियों का स्थलीय निरीक्षण किया। उन्होंने बैठक स्थल, प्रदर्शनी स्थल, हेल्प डेस्क व्यवस्था, पार्किंग स्थल, समस्त लिफ्ट और एक्सीलेटर की व्यवस्था के साथ ही विभिन्न औद्योगिक सत्रों के आयोजन का विधिवत निरीक्षण किया और कहा कि सभी व्यवस्थाएं प्रत्येक दशा में 31 जनवरी तक पूरी कर ली जायं।
महाना ने कहा कि इस ऐतिहासिक इन्वेस्टर्स समिट में देश और विदेश के नामी घरानों के बड़ी संख्या में निवेशक शिरकत करेंगे। राज्य सरकार इस समिट के सफल आयोजन के लिए कृत संकल्प है। सरकार इसके आयोजन में किसी भी प्रकार की कमी नहीं आने देगी। इस मौके पर औद्योगिक विकास मंत्री ने प्रेस/प्रतिनिधियों से वार्ता करते हुए कहा कि प्रदेश के इतिहास में आज तक ऐसी समिट का आयोजन नहीं हुआ है। अधिकांश निवेशकों और उद्यमियों ने खुद ही आगे आकर इस समिट में भाग लेने की इच्छा ही नहीं जताई, बल्कि वे स्वयं उत्तर प्रदेश में अपना उद्यम स्थापित करने के लिए काफी उत्सुक भी हैं। इन निवेशकों ने सरकार को आश्वस्त किया है कि उत्तर प्रदेश में वे बुनियादी सुविधाओं को और सुदृढ़ करने में अपना योगदान देने के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा कि कानून व्यवस्था काफी बेहतर हुई है। जटिल औद्योगिक नियमों को सरल एवं सुगम बनाया गया है। उद्यम स्थापना संबंधी अड़चनों को दूर करने की प्रभावी व्यवस्था सुनिश्चित की गई है। उद्यमियों को उद्यम स्थापना के लिए आन-लाइन आवेदन करने की सुविधा उपलब्ध कराने का प्राविधान किया गया है। सरकार प्रदेश को इन्डस्ट्रियल हब के रूप में विकसित करने के लिए कटिबद्ध है।
महाना ने कहा कि पूर्ववर्ती सरकारों के कारण उत्तर प्रदेश में निवेश न आने से यहां न कोई औद्योगिक गतिविधियों को गति मिल सकी और न ही रोजगार के साधन विकसित हो सके।उन्होनें कहा कि सच यह है कि उत्तर प्रदेश की वास्तविक छवि जो होनी चाहिए थी, वह नहीं हो पाई। वर्तमान सरकार ने हर क्षेत्र में सकारात्मक और विकास परक माहौल विकसित करके प्रदेश और देश में एक नया संदेश दिया है।
उन्होंने बताया कि लखनऊ में 21 व 22 फरवरी को होने वाली समिट के लिए 1700 पंजीकरण हो चुके हैं और मोबाइल मैन्युफैक्चरिंग एवं बायोमास के विशेष सत्र भी कराये जाएंगे। उन्होंने कहा कि समिट की तैयारियों में तेजी आ गयी है। इसके बाद भी वह 31 जनवरी व एक फरवरी को राजधानी में विभिन्न स्थानों का निरीक्षण करेंगे। श्री महाना ने बताया कि प्रदेश के सभी बड़े नगरों एवं औद्योगिक विकास प्राधिकरणों में समिट का व्यापक प्रचार-प्रचार कराया जाएगा। इसके साथ ही समिट के पहले ही औद्योगिक भूखण्डों एवं बिल्डिंग बाइलाज को लेकर नयी नीति लायी जाएगी। उन्होंने कहा कि एक फरवरी से हर दूसरे दिन मीडिया को इसके बारे में ब्रीफिंग की जाएगी। निवेश सम्मेलन की तैयारी के लिए गठित प्रोटोकाल, नगर सफाई, सुन्दरीकरण समिति, निवेश प्रोत्साहन समिति सहित सभी कमेटियों की समीक्षा की गयी। प्रमुख सचिव सूचना अवनीश अवस्थी ने बताया कि इन्वेस्टर्स समिट की ब्रांडिंग सभी प्रमुख शहरों में करायी जाएगी। उन्होंने समिट के मीडिया पार्टनर क्रेयोन्स एडवरटाइजिंग को भी जरूरी निर्देश दिया और कहा कि समिट के 15 दिन पहले ही तैयारियों से लेकर विविध पक्षों की ब्रीफिंग की जाएगी। अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास सचिव संतोष कुमार यादव ने बताया कि समिट में कई देशों के भाग लेने की संभावना हैं। इनमें नीदरलैण्ड, जापान, स्लोवाकिया और फिनलैण्ड पार्टनर के तौर पर भाग ले रहे हैं। इन सभी ने आने की पुष्टि भी कर दी है। इसके साथ ही विभिन्न सत्रों के लिए वक्ताओं व अध्यक्षता करने वालों का भी निर्धारण किया जा चुका है। लखनऊ के मण्डलायुक्त अनिल गर्ग ने बताया कि शहर की सड़कों की मरम्मत, साफ-साफ और पर्यटन स्थलों का सुन्दरीकरण कराया जा रहा है।