नई दिल्ली,निर्वाचन आयोग द्वारा आप के 20 विधायकों की लाभ के पद को लेकर सदस्यता खत्म करने की सिफारिश करने और फिर उसे राष्ट्रपति द्वारा मंजूरी दिए जाने की पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा और पटना साहिब से सांसद शत्रुध्न सिन्हा ने पार्टी लाइन से अलग जाते हुए आलोचना की है। उन्होंने इस फैसले को तुगलकी करार देते हुए भारतीय लोकतंत्र पर बड़ा दाग करार दिया है।
यशवंत सिन्हा ने ट्वीट कर इस फैसले को ‘तुगलकशाही’ करार दिया। उन्होंने ट्वीट किया आप के 20 विधायकों को अयोग्य ठहराने का राष्ट्रपति का फैसला न्याय की प्रकृति के विरुद्ध है। इस मामले में कोई सुनवाई नहीं हुई और न ही हाइकोर्ट के फैसले का इंतजार किया गया। शत्रुध्न सिन्हा भी इस फैसले के खिलाफ हैं। पार्टी की लाइन के खिलाफ जाते हुए आप पार्टी का समर्थन किया है। उन्होंने ट्वीट किया, ” ‘आप’ आए, ‘आप’ छाए, ‘आप’ ही ‘आप’ चर्चा में विछाए। घर-घर में, हर खबर में तो किस बात की फिकर ‘आप’ को? हितों की राजनीति ज्यादा नहीं चलती। चिंता मत करिए, खुश रहिए!” उन्होंने एक और ट्वीट में कहा कि उम्मीद है और प्रार्थना करते हैं कि आपको जल्द ही न्याय मिलेगा। ‘आप’ की टीम और खासकर ‘आप’ को बहुत बहुत बधाई।’