‘पद्मावत ‘पर बवाल 5 राज्यों में तोडफ़ोड़,वाहनों को रोका आगजनी,प्रदर्शन कर रहे 200 गिरफ्तार

नई दिल्ली/भोपाल, मलिक मोहम्मद जायसी से प्रसिद्ध महाकाव्य को लिखे जाने के हजारों साल बाद इस पर बनी फिल्म का विरोध तेज हो गया। सुप्रीम कोर्ट ने 25 जनवरी को फिल्म रिलीज करने का निर्देश दिया है वहीं सड़कों पर इसका विरोध तेज हो गया। इस बीच, सोमवार को देश के पांच राज्य मध्यप्रदेश, राजस्थान, हरियाणा, गुजरात और उत्तर प्रदेश में उग्र प्रदर्शन हुए। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि फिल्म पद्मावत में रानी पद्मावती को लेकर आपत्तिजनक जानकारी दी गई है। वहीं, फिल्म निर्माता संजय लीला ने कहा है कि पद्मावत में कहीं भी आपत्तिजनक चित्रण नहीं किया गया है। सोमवार को उत्तरप्रदेश में 200 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई। वहीं, मध्यप्रदेश के इंदौर, भोपाल और उज्जैन में राजपूत करणी सेना से जुड़े लोगों ने तोडफ़ोड़ की। राजस्थान में जयपुर सहित कई शहरों में करणी सेना के लोग सड़कों पर उतरे। अब देश की नजरें प्रधान न्यायाधीश न्यायमूर्ति दीपक मिश्रा,न्यायमूर्ति एएम. खानविलकर और न्यायमूर्ति डी.वाई.चन्द्रचूड़ पर जा टिकी हैं। मंगलवार को वे फिल्म पर दायर पुनर्विचार याचिका पर सुनवाई करेंगे, इससे ही फिल्म का भविष्य तय होगा।
मध्यप्रदेश से गुजरात जाने वाली बसें बंद
इंदौर में करणी सेना से जुड़े लोगों ने सड़कों पर टायर जलाये। भारी विरोध को देखते हुए इंदौर से गुजरात जाने वाली बसें बंद कर दी गईं। कुछ लोगों ने एक मॉल में भी तोडफ़ोड़ की। उज्जैन-नागदा, देवास-कोटा मार्ग में भी सड़कों को जाम किया गया। भोपाल में भी लोग सड़कों पर उतरे।
उत्तरप्रदेश में हरे-भरे पेड़ काटकर रोड जाम किया
उत्तर प्रदेश के गौतम बुद्ध नगर जिले के विभिन्न इलाकों में प्रदर्शनों को लेकर पुलिस ने दो सौ लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज (एफआईआर) की। पुलिस ने समाचार चैनलों से वीडियो मंगवाए हैं। नोएडा, ग्रेटर नोएडा और गाजियाबाद जिले में कई स्थानों पर प्रदर्शनकारियों ने रविवार को सड़क पर टायर रख कर, आग लगा दी। हरे भरे पेड़-पौधों को काटकर ट्रैफिक जाम कर दिया था। कई शहरों मेें तोडफ़ोड़ की।
हरियाणा में सिनेमा को सुरक्षा देगी सरकार
हरियाणा में करणी सेना के लोकेन्द्र सिंह कालवी ने सोमवार को एक प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि फिल्म के प्रदर्शन के खिलाफ जनता ही कफ्र्यू लगा दे और फिल्म देखने नहीं जाए। सिनेमाघर और मल्टीप्लेक्स फिल्म की स्क्रीनिंग न करें। मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा हम सुप्रीम कोर्ट के आदेश को पूरी तरह से अमल करेंगे। यदि कोई सिनेमाघर इस फिल्म को नहीं दिखाना चाहेगा तो अच्छा होगा। अगर कोई इसकी स्क्रीनिंग करता है, तो उसे राज्य सरकार सुरक्षा मुहैया कराएगी।
राजस्थान में घबराये फिल्म निर्माता, रिलीज नहीं करेंगे
पद्मावत का सबसे अधिक विरोध राजस्थान में हो रहा है। यहां जयपुर, भीलवाड़ा समेत राज्य के कई हिस्सों में हिंसक प्रदर्शन हुए। करणी सेना का कहना है कि हमें विश्वास है कि जयपुर में कोई भी सिनेमाघर इस फिल्म को नहीं दिखाएगा। दिखाने वाले को परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहना होगा। वहीं, फिल्म डिस्ट्रीब्यूटर्स मरुधर सिने एंटरटेनमेंट और यशराज जय पिक्चर्स ने फिल्म को रिलीज नहीं करने का फैसला किया है। जयपुर पुलिस कमिश्नर संजय अग्रवाल का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश को लागू किया जाएगा। किसी को कानून हाथ में लेने नहीं दिया जाएगा।
1908 महिलाएं करेंगी जौहर, टॉवर में चढ़ा युवक
चित्तौडगढ़ में सैंकड़ों महिलाओं ने जौहर स्वाभिमान रैली निकाली। रैली के दौरान कुछ महिलाओं ने हाथों में तलवारें थाम रखी थी और उन्होंने कहा कि अगर पद्मावत फिल्म पर रोक नहीं लगाई गई तो वह जौहर करेंगी। कुल 1908 महिलाओं ने चित्तौडग़ढ़ में जौहर करने के लिए आवेदन किया है। वहीं, भीलवाड़ा में करणी सेना का एक कार्यकर्ता उपेन्द्र सिंह मोबाइल टॉवर में चढ़ गया। 350 फीट ऊंचाई पर चढ़कर उसने कहा कि फिल्म प्रतिबंधित नहीं की गई तो यहां से कूदकर आत्महत्या कर लूंगा।
मध्य प्रदेश सरकार की याचिका पर सुनवाई आज
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पिछले दिन फिल्म प्रतिबंधित करने की घोषणा की थी, लेकिन कोर्ट ने 18 जनवरी को फिल्म को देशभर में रिलीज करने के निर्देश दिए थे। अब मध्य प्रदेश और राजस्थान की सरकारों ने फिल्म की रिलीज रुकवाने के लिए सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में पुनर्विचार याचिका दायर की। मंगलवार को कोर्ट इस पर सुनवाई करेगा।
फिल्म का विरोध क्यों?
राजस्थान में करणी सेना,भाजपा के कुछ नेता और हिंदूवादी संगठनों ने कहा है कि फिल्म में इतिहास से छेड़छाड़ की गई है। इस फिल्म में पद्मिनी और खिलजी के बीच सीन फिल्माए जाने से उनकी भावनाओं को ठेस पहुंची। फिल्म में रानी पद्मावती को भी घूमर डांस करते दिखाया गया है, जबकि राजपूत राजघरानों में रानियां घूमर नहीं करती थीं। वहीं, भंसाली साफ कर चुके हैं कि ये ड्रीम सीक्वेंस फिल्म में है ही नहीं। कहीं पर भी हमने इतिहास नहीं छेड़ा है।
प्रदर्शनकारियों के सामने नतमस्तक हुईं सरकारें
राजस्थान के गृहमंत्री ने कहा था कि सरकार का मानना है कि आमजन की भावनओं का ध्यान रखा जाए। वहीं मध्य प्रदेश की तरफ से कहा गया है कि अगर कानून व्यवस्था की दिक्कत आती है तो राज्य सरकार को फिल्म के प्रदर्शन पर रोक लगाने का अधिकार दिया जाए, क्योंकि फिल्म से शांति भंग होने की आशंका है। राज्यों ने दावा किया है कि सिनेमैटोग्राफ कानून की धारा छह उन्हें कानून-व्यवस्था के संभावित उल्लंघन के आधार पर किसी भी विवादित फिल्म के प्रदर्शन को रोकने का अधिकार देता है। राज्यों को कानून के तहत यह अधिकार है कि वे फिल्म पर बैन लगा सकते हैं।
भाजपा विधायक का आग उगलता बयान
किसी भी हद तक जाओ, आग लगा दो, तहस नहस कर हो
हैदराबाद के भाजपा विधायक टी राजा सिंह ने फिल्म के विरोध के लिए लोगों को किसी भी हद तक जाने का ऐलान किया। टी राजा ने एक वीडियो में कहा, ‘मैं लोगों से इस फिल्म का विरोध करने की विनती करता हूं। जो भी थिएटर यह फिल्म दिखाए, आप उसे आप तहस नहस कर दें, वहां आग लगा दें।
एक नजर में खबर
– फिल्म में अलाउद्दीन खिलजी का किरदार निभा रहे रणवीर सिंह ने ट्वीट कर खिलजी को दानव बताया,
– दिल्ली को नोएडा से जोडऩे वाले डीएनडी फ्लाईओवर पर तोडफ़ोड़
-एसपी सिटी के दफ्तर के सामने विरोध प्रदर्शन,13 गिरफ्तार, 20 नामजद, 200 अज्ञात पर एफआईआर
-थिएटर मालिकों को चिट्ठियां लिखीं-फिल्म रिलीज न करें
– रोहतक में 20-22 लोगों के झुंड ने मॉल में हथोड़ों से तोडफ़ोड़ की
-गुजरात के सूरत में थियेटर में फिल्म रिलीज करने की धमकी दी
-100 मार्गों पर गुजरात राज्य परिवहन की थमी
-चित्तौडगढ़ में सैंकड़ों महिलाओं ने जौहर स्वाभिमान रैली निकाली

 

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