भोपाल, राज्य के 19 निकायों स्थानों पर हुए चुनावों में सत्तारूढ़ भाजपा को तगड़ा झटका लगा है। चुनावों में उसे अपने खाते की पांच सीटों को गंवाना पड़ा है 9 पर भाजपा, 9 कांग्रेस व 1 सीट निर्दलीय के खाते में आई हैं। भाजपा के लिए यह नजीते मुश्किल भरे हैं क्योंकि इन 19 में से 12 सीटें भाजपा के पास थीं, लेकिन इस बार सिर्फ 9 पर ही पार्टी जीत पाई, इस प्रकार भाजपा ने 3 सीटें गंवा दीं। तीन निकायों में राइट टू रिकॉल में भी भाजपा ने दो सीटें गंवा दी। इस प्रकार पार्टी को कुल 5 सीटों का नुकसान हुआ है। वहीं, कांग्रेस को दो सीटों का फायदा हुआ है। गौरतलब है कि 17 जनवरी को 6 नगरपालिका और 13 नगर परिषद की सीटों के लिए मतदान हुआ था। इसमें 19 नगरीय निकाय और 17 जनपद पंचायत चुनाव भी हुए थे।
नगर पालिका में सिर्फ 2 पर भाजपा
छह नगर पालिकाओं में से भाजपा ने सिर्फ दो पर जीत हासिल की है, जबकि कांग्रेस ने 4 सीटें जीतीं।
नगर परिषद में भाजपा आगे
13 नगर परिषद की सीटों में भाजपा को 7 और कांग्रेस को 5 सीटों पर जीत मिली है। एक सीट निर्दलीय ने जीती।
यहां जीती भाजपा
पीथमपुर, ओंकारेश्वर, कुक्षी, डही, धामनोद, पानसेमल, राजपुर, सेंधवा और पलसूद।
यहां जीती कांग्रेस
धरमपुरी, धार, मनावर, राजगढ़, सरदारपुर, अंजड़, खेतिया, बड़वानी और राघौगढ़-विजयपुर।
यहां निर्दलीय जीते
अनूपपुर जिले की जैतहरी सीट पर निर्दलीय प्रत्याशी नवरत्नी शुक्ला ने भाजपा की सुनीता जैन को हराया। नवरत्नी ने 898 वोट से जीत दर्ज की। गुुना जिले की राघौगढ़ नगरपालिका सीट से कांग्रेस की प्रत्याशी आरती शर्मा ने जीत हासिल की। इसी सीट पर पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव दिग्विजय सिंह ने करीब 50 साल पहले नगरपालिका में अध्यक्ष पद जीतकर राजनीति शुरू की थी। नगरपालिका के कुल 24 वार्ड में से 20 में पार्षद पद पर कांग्रेस के कैंडिडेट विजयी रहे, जबकि चार में बीजेपी के पार्षद चुने गए।
यहां हुए थे चुनाव
19 निकायों नगर पालिका धार, मनावर और पीथमपुर के साथ नगर परिषद सरदारपुर, राजगढ़, धरमपुरी, धामनोद, कुक्षी और डही, बड़वानी जिले में नगर पालिका बड़वानी, सेंधवा के साथ नगर परिषद पानसेमल, खेतिया, पलसूद, अंजड़ और राजपुर में आम चुनाव कराए गए हैं। नगर परिषद में खंडवा की ओंकारेश्वर, गुना की राघौगढ़ विजयपुर और अनूपपुर की जैतहरी नगर परिषद में आम चुनाव हुए।
शिवराज ने लगाया था ऐड़ी-चोटी का जोर
निकाय चुनाव के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ऐड़ी-चोटी का जोर लगा दिया था। उन्होंने छोटे-छोटे कस्बों में रोड शो और जोर-शोर से प्रचार किया था।
राइट टू रिकॉल: भाजपा ने दो जगह गंवाई कुर्सी
नगर पालिका और नगर परिषद के साथ राइट टू रिकॉल (खाली कुर्सी और भरी कुर्सी) के तहत हुए चुनाव में भी भाजपा के हाथ हार लगी है। तीन जगहों में से दो जगहों पर भाजपा के अध्यक्ष को मतदाताओं ने पद से हटाने का जनमत दिया है।
भिंड: भिंड जिले के अकोड़ा नगर परिषद में राइट टू रिकॉल के तहत हुए चुनाव में भाजपा को मुंह की खानी पड़ी है। यहां खाली कुर्सी भरी कुर्सी के चुनाव मे भरी कुर्सी 676 वोट से जीत गई। यह चुनाव अध्यक्ष संगीता सुदीप यादव के कुर्सी पर बने रहने या हटाने के लिए हुआ था। यादव बसपा से थी और भाजपा ने यहां पर कब्जा जमाने के लिए अविश्वास प्रस्ताव लाई थी। लेकिन बीजेपी यहां असफल साबित हुई।
देवास : देवास जिले के करनावद में वर्तमान भाजपा की नगर परिषद अध्यक्ष कांताबाई पाटीदार को करारा झटका लगा है। खाली कुर्सी और भरी कुर्सी के लिए हुए मतदान में कांताबाई पाटीदार को हार का सामना करना पड़ा है। मौजूदा नगर पालिका अध्यक्ष कांताबाई पाटीदार को 2270 वोट मिले। वहीं, 3123 मतदाताओं ने उनके विरोध में यानी खाली कुर्सी को अपना समर्थन दिया।
राजगढ़ : राजगढ़ के खिलचीपुर में भाजपा समर्थित नगर परिषद अध्यक्ष दीपक नागर को खाली-कुर्सी, भरी-कुर्सी के लिए हुए मतदान में हार झेलनी पड़ी है। यहां खाली कुर्सी के पक्ष में 340 वोट ज्यादा पड़े हैं। इस तरह यहां अध्यक्ष पद खाली हो गया है। अब छह महीनों के भीतर दोबारा चुनाव होंगे। पिछले दिनों 15 में से भाजपा के पांच सहित 13 पार्षदों ने दीपक नागर के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाकर उसे पारित करवाया था। इसके बाद राइट टू रिकॉल के तहत चुनाव हुए थे।
जनता ने पहनाया था जूता, भाजपा का वह प्रत्याशी जीता
धार में पिछले दिनों चुनाव प्रचार के दौरान जिस भाजपा प्रत्याशी का जूतों के हार से स्वागत हुआ था, उसने वहीं अपनी जीत का परचम लहराते हुए कमल खिला दिया है। धामनोद नगर परिषद अध्यक्ष पद पर भाजपा प्रत्याशी दिनेश शर्मा ने कांग्रेस और निर्दलीय उम्मीदवार को कड़ी टक्कर देते हुए जीत हासिल कर लिया है। गौर हो कि चुनाव प्रचार के दौरान मतदाता द्वारा भाजपा प्रत्याशी को जूतों का हार पहनाये जाने की खबर देश भर में चली वही सोशल मीडिया पर भी वीडियो वायरल हुआ। एक रैली के दौरान भाजपा प्रत्याशी को एक बुजुर्ग ने जूते की माला पहना दी।
किसने क्या कहा
बगावत बना हार का कारण : शिवराज
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने हार के लिए पार्टी में चल रही बगावत को दोषी माना है। शिवराज बोले- धार, धरमपुरी और मनावर में बागी उम्मीदवारों की वजह से ही भाजपा प्रत्याशियों को हार का सामना करना पड़ा है।
गिर रहा है शिवराज का ग्राफ : कांग्रेस
नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने कहा कि चुनाव में शिवराज सिंह का ग्राफ गिरता जा रहा है। सिंह बोले- मुख्यमंत्री ने नगरीय निकाय क्षेत्र में रोड शो और सभाएं की, लेकिन वहां भी कांग्रेस को बढ़त मिली है।
बागियों के कारण हारे : भाजपा
प्रदेश अध्यक्ष नंद कुमार सिह चौहान ने कहा, हार की समीक्षा करेंगे। इसके लिए बागी नेता जिम्मेदार हैं।
पूरा परिणाम जानें-