जबलपुर,पुलिस आरक्षक भर्ती परीक्षा में फर्जीवाड़ा की जांच कर रही एसआईटी की टीम कल तड़के हादसे का शिकार हो गई। बुलेरो वाहन में लौट रही एसआईटी की टीम का वाहन चला रहे ड्राईवर को नींद का झोंका आया और माढ़ोताल के ग्राम सूखा के पास सुबह ५ बजे वाहन पलट गया। वाहन को आरक्षक रूप नारायण चला रहा था। यह टीम ग्वालियर से जांच करके लौट रही थी। इस हादसे में बोलेरो में सवार एक निरीक्षक, उप निरीक्षक एवं दो आरक्षक गंभीर रुप से घायल हो गये। हादसे के बाद सभी को उपचार के लिए निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। गनीमत यह रही कि जिस जगह पर बुलेरो वाहन पलटा वहां पर रोड डिवाइडर था जिससे वाहन तालाब में गिरने से बच गया। दुर्घटना की खबर मिलते ही माढ़ोताल थाने का पुलिस बल मौके पर पहुंच गया। घटना की जानकारी मिलने पर वरिष्ठ अधिकारी घायलों का हालचाल जानने अस्पताल पहुंचे। माढ़ोताल पुलिस थाने से प्राप्त जानकारी के अनुसार विगत दिसंबर माह में आयोजित पुलिस आरक्षक भर्ती परीक्षा के दौरान छटवीं बटालियन रांझी में फर्जीवाड़ा करते हुए ४ मुन्ना भाई पकड़े गये थे। जिनके खिलाफ थाना रांझी में धोखाधड़ी सहित अन्य धाराओं के तहत अपराध दर्ज कर विवेचना की जा रही है। इस मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया था। जिसमें ३ टीमें शामिल है।एसआईटी की इन्हीं तीन टीमों में से एक टीम शामिल निरीक्षक प्रवीण धुर्वे, उप निरीक्षक नीलेश तिवारी, आरक्षक महेन्द्र पटेल एवं आरक्षक रुप नारायण भौमिक प्रकरण की विवेचना के सिलसिले में ग्वालियर गये थे। निरीक्षक प्रवीण धुर्वे के नेतृत्व में विवेचना कार्य कर टीम बोलेरो क्रमांक एमपी २० टीए ०१६९ में सवार होकर ग्वालियर से वापस लौट रही थी।
घटना की सूचना मिलने पर माढ़ोताल थाने का डायल-१०० वाहन मौके पर पहुंचा और घायल पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों को नजदीक की एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया। हादसे में निरीक्षक प्रवीण धुर्वे को मुंह, जबड़े व शरीर में, उपनिरीक्षक नीलेश तिवारी को सीने व शरीर में, आरक्षक महेन्द्र को सिर में तथा आरक्षक रुप नारायण को हाथ, पैर व शरीर में गंभीर चोटें लगी हैं।