रायपुर,मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने आज आस्ट्रेलिया के मेलबर्न शहर में आयोजित निवेशक सम्मेलन में कहा कि छत्तीसगढ़ में प्रचुर मात्रा में खनिज संसाधन उपलब्ध है। यहां सरप्लस बिजली है और निवेश का बेहतर वातावरण है। भारत के मध्य में स्थित होने के कारण छत्तीसगढ़ में लॉजिस्टिक हब बनने की पूरी संभावना है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ रेल, एयरपोर्ट, औद्योगिक अधोसंरचना, स्मार्ट शहर और ऊर्जा के क्षेत्र में तेजी से निवेश गंतव्य के रूप में विकसित हो रहा है।
मुख्यमंत्री डॉ. सिंह ने सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए कहा कि आस्ट्रेलिया के सबसे बड़े ऐतिहासिक एवं सांस्कृतिक विरासत को सहेजने वाले विक्टोरिया प्रांत के मेलबर्न शहर में आकर मुझे खुशी हो रही है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और आस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री मेलकम टर्नबुल ने दोनों देशों के बीच संबंधों की नई इबारत लिखी है। भारत और आस्ट्रेलिया के बीच आपसी समझ, सामाजिक एवं आर्थिक विकास की नई दृष्टि और दोनों देशों के बीच तरक्की के साझे रास्तों ने भारत और आस्ट्रेलिया केे बीच नई आस्थाओं का संचार किया है। उन्होंने कहा कि मैं आस्ट्रेलिया में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का सदभावना दूत हूं। प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व में भारत में विकास और सुधारों के तेजी से विकास की नई इबारत लिखी जा रही है।
डॉ. सिंह ने कहा कि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री के नाते मैं यह बताना चाहता हूं कि अपनी धरोहर और सांस्कृतिक विरासत तथा प्राकृतिक संसाधनों को लेकर भारत और छत्तीसगढ़ में हमेशा आत्मीय वातावरण रहता है। छत्तीसगढ़ और आस्ट्रेलिया दोनों ही जगह प्राकृतिक खनिज संसाधन प्रचुर मात्रा में हैं। हमारा मानना है कि आस्ट्रेलिया ने माइनिंग टेक्नॉलाजी और गुणवत्ता के क्षेत्र में ऊंचाइयां हासिल की है, जिससे हम काफी सीख सकते हैं। विकास, विरासत और पर्यावरण को जिस तरह आस्ट्रेलिया ने सहेजा है वह भी अपने आप में सीखने लायक है। हम अपनी संस्कृति, शोध, टेक्नॉलाजी को एक – दूसरे से सांझा कर सकते हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत में सुशासन के साथ तकनीक में तेजी से परिवर्तन हो रहे हैं। यह हमारी निवेश की संभावनाओं को समुचित दोहन करने के लिए उपयोगी सिद्ध होगा। उन्होंने कहा कि हम आशा करते हैं कि छत्तीसगढ़ के बहु आयामी विकास और नवनिर्माण के क्षेत्र में हमें आस्ट्रेलिया का अपेक्षित सहयोग मिलेगा। भारत और आस्ट्रेलिया के बीच आर्थिक और वाणिज्यिक संबंध लगातार सार्थक रूप से मजबूत हो रहे हैं। आस्ट्रेलिया को भारत का आर्थिक विकास निश्चित रूप से वाणिज्यिक रूप से प्रासंगिक है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2016 में दो लाख 60 हजार भारतीय आस्ट्रेलिया प्रवास पर आए थे। दोनों देश के पारस्परिक संबंधों के सुदृढ़ीकरण में क्रिकेट निश्चित रूप से ध्यान आकर्षित कर रहा है। उन्होंने कहा कि अप्रैल 2017 में आस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री का भारत आगमन पर दोनों देशों के बीच ऊर्जा, शिक्षा, शोध, विज्ञान, खेल और सांस्कृतिक क्षेत्र में एम.ओ.यू. निष्पादित किए गए थे। मेरा मेलबर्न का प्रवास प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मेकइन इंडिया को बढ़ावा देने की दिशा में कदम है और मैं नये निवेश की संभावनाओं को आमंत्रित करता हॅू।