जबलपुर,लगभग एक महीने से शहरभर की पुलिस ओमती थाना क्षेत्र में गैंगवार में गोली चलाने के आरोपी सुयश उर्फ छोटू चौबे को तलाशने का जो नाटक कर रही थी उस पर से पर्दा उठ गया। पुलिस इस फरार आरोपी को पकड़ तो नहीं पाई उसने सरेंडर कर दिया और पुलिस उसे पकड़ने का ढोंग करके अपनी पीठ थपथपा रही है। जिस आरोपी ने क्राईम ब्रांच पर गोली चलाई और उलटा पुलिस पर ही गोली चलाने का मुकदमा दर्ज करा दिया, ५ पुलिस कर्मियों को निलंबित होना पड़ा और एक पुलिस कर्मी पर हत्या के प्रयास का मामला भी दर्ज हुआ हाला कि बाद में इस मामले का खत्मा लग गया। आखिर पुलिस ऐसे किस दवाब में थी कि पुलिस को अपने ही ऊपर गुनाह करने वाले के साथ रहम बरतना पड़ा। इसको लेकर कहीं और नहीं सिर्फ पुलिस विभाग में चर्चाओं का बाजार गर्म है। छोटे पुलिस कर्मी बड़े अधिकारियों की इस रहमदिली को समझ नहीं पा रहे। उधर गैंगवार के एक आरोपी सक्षम गुलाटी और दूसरे पक्ष के आरोपी इमरान बाबर को भी पुलिस ने हत्या के प्रयास के मामले में गिरफ्तार किया था जिन्हें कोर्ट से जमानत मिल गई। इसके बाद पुलिस छोटू चौबे की लगातार फरारी को लेकर चिंतित थी कि कहीं फिर से गैंगवार न हो और पुलिस रात-रातभर फरार आरोपी की गिरफ्तारी के लिये शहर में सक्रियता का डिंडोरा पीटती रही। इसी बीच शनिवार को आरोपी छोटू चौबे ने घमापुर थाने में आत्मसमर्पण कर दिया। इसके बाद ओमती और कोतवाली में दर्ज मामले में उसकी गिरफ्तारी शुमार की गई। उसने यह बात भी स्वीकार कर ली है कि चेरीताल में क्राईम ब्रांच पर उसने फायरिंग की थी और अपने गुर्गे से गोली चलाने में घायल होने की रिपोर्ट पुलिस पर ही दर्ज करा दी। बहरहाल आश्चर्यजनक बात यह है कि आरोपी ने खुद आत्मसमर्पण किया और पुलिस अपनी पीठ थपथपा रही है कि मुखबिर की सूचना पर घमापुर थाना क्षेत्र में टेस्टिंग रोड पर उस वक्त गिरफ्तार किया गया जब वह पैदल रांझी की ओर जा रहा था। हास्यादपद बात यह है कि फरार आरोपी पैदल नहीं घूमता जो आरोपी लग्जरी वाहनों में फरारी काट रहा था वह पैदल जायेगा वह भी टेस्टिंग रोड पर। बहरहाल पुलिस ने अपनी पीठ थपथपाने का जो काम किया है वह किसी के गले नहीं उतर रहा। पुलिस ने आरोपी के पास से एक एक देशी पिस्टल और २ कारतूस बरामद होना भी बताया है। कल आरोपी को पुलिस ने जेल भेज दिया।