रांची, झारखंड में भूख से हो रही निरंतर मौत का सिलसिला थम नहीं रहा है। मकर-संक्रांति के दिन एक अन्य महिला की मौत भूख से हो गयी। हालांकि प्रशासनिक अधिकारी अपनी रीति-परंपरा के अनुरुप मामले की छानबीन की बात कर रहे है और दावा कर रहे है कि यह मौत को भूख से नहीं, बल्कि बीमारी की वजह से हुई है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार सेवाटांड़ की रहने वाली 40वर्षीय बुधनी देवी की आज सुबह मकर-संक्रांति के दिन मौत हो गयी। मृतका की पुत्री सुनीता ने बताया कि घर में तीन-चार दिन से खाना नहीं बना था। उसने बताया कि आधार कार्ड नहीं होने की वजह से राशन कार्ड नहीं बना था और सरकार की ओर से सामाजिक कल्याण की किसी योजना का लाभ परिवार को नहीं मिल रहा था। मृतका की एक अन्य परिजन प्रेमिका ने पत्रकारों को बताया कि राशन कार्ड बनवाने को लेकर मुखिया की ओर से भी पैसे की मांग की गयी थी।
मृतका के आस-पड़ोस रहने वाले ग्रामीणों ने बताया कि वह सखुआ पेड़ के पत्तों से पत्तल व डोना बनाने का काम करती थी , वहीं स्कूल में पढ़ने वाले उसके बच्चे कभी-कभी मिड डे मिल में मिलने वाले भोजन अपनी मां को लाकर खिलाते थे, लेकिन स्कूल बंद रहने की वजह से मध्याह्न भोजन भी बच्चे अपनी मां को लाकर नहीं दे सके और आज उसकी मौत हो गयी। यह भी जानकारी मिली है कि घटना की सूचना मिलने पर प्रशासन की ओर से स्थानीय लोगों के सहयोग से मृतका के घर अनाज उपलब्ध करा दिया गया है। वहीं जिला प्रशासन की ओर से मामले की गहन छानबीन की बात कही गयी है।