भाजपा जिन नीतियों का दस साल तक विरोध करती रही आज उन्हीं नीतियों को लागू कर रही है : यशवंत सिंहा

जबलपुर,पूर्व वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा ने केन्द्र और राज्य सरकार पर जमकर पर सधे हुए तरीके से शब्दबाण छोड़े। श्री सिन्हा ने कहा कि यूपीए के दस वर्षीय शासनकाल में भाजपा जिन नीतियों का कटु विरोध करती रही आज उन्हीं नीतियों को लागू कर रही है। रिटेल में एफडीआई पर आज केबिनेट द्वारा लिये गए निर्णय पर कटाक्ष मारते हुए उन्होंने कहा कि हमारे वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर जोशी ने १५वीं लोकसभा में रिटेल में एफडीआई की अनुमति पर कड़ा प्रहार किया था। तब की यूपीए सरकार मात्र ४९ फीसदी एफडीआई की बात कर रही थी, भाजपा के दबाव में तब की सरकार रिटेल में एफडीआई न ला सकी। आज उसी भाजपा की सरकार रिटेल एफडीआई में सौ फीसदी अनुमति देने जा रही है। केन्द्र सरकार के इस फैसले से छोटा-मोटा कारोबार चौपट हो जाएगा। बेरोजगारी बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि इसी तरह इंडियन एयरलाइंस में ४९ फीसदी एफडीआई ला रही है ताकि विदेशी कंपनियां इंडियन एयरलाइंस को खरीद सकें। श्री सिन्हा कहा कि अब देखने वाली बात यह है कि स्वदेशी जागरण मंच क्या कदम उठाता है।
श्री सिन्हा अपने जबलपुर प्रवास के दौरान सर्किट हाऊस नंबर एक में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। वे गाडरवारा में गत २२ दिसंबर से चल रहे किसान धरने में भाग लेंगे। गुरुवार की सुबह ९ बजे गाडरवारा के लिये रवाना होंगे। पत्रकारवार्ता में उनके साथ राष्ट्रीय किसान मजदूर संघ के अध्यक्ष शिवकुमार उर्फ कक्काजी एवं पूर्व केन्द्रीय मंत्री सोमपाल शास्त्री भी मौजूद रहे।
नोटबंदी व जीएसटी पर बिगडी देश की अर्थव्यवस्था . . . . . . .
श्री सिन्हा ने कहा कि नोटबंदी और जीएसटी से देश की अर्थव्यवस्था गड़बड़ा गई है। जीएसटी का खाका ही गलत है। इसे लागू करने का तरीका भी गलत है और नियम में भी सही नहीं है। इंफार्मेशन सिस्टम तैयार हुए बिना ही जीएसटी मढ़ दिया गया। जब उनसे पूछा गया कि स्टाक मार्वेâट तेजी से ऊपर जा रहा है इस पर उन्होंने कहा कि स्टाक मार्वेâट अर्थव्यवस्था का द्योतक नहीं होता है। बैकों की ब्याज दर कम होने से देशी-विदेशी लोगों का पैसा और सरकार के दबाव में बैंकों का रुपया स्टाक मार्किट में म्युचुअल फंड के माध्यम से जा रहा है। इसके दूरगामी परिणाम नुकसानदायक ही होंगे।
शिवराज सिंह सरकार पर आक्रमण . . . . . .
श्री सिन्हा ने कहा कि शिवराज सिंह सरकार किसान विरोधी है। भावांतर योजना किसानों के नुकसान पहुंचाने वाली है। मंदसौर का उदाहरण पेश करते हुए उन्होंने कहा कि शिवराज सरकार ने किसानों पर क्रूरतापूर्वक गोली बरसाई। ऐसी घटना के जिम्मेदारों को माफ नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि प्रदेश के किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य नहीं मिल रहा है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय किसान मजदूर संघ की चार प्रमुख मांगें हैं। किसानों की कुल उपज सरकार न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीदे, गन्ना किसानों की फसल की दर ३५० रुपये प्रति क्विंटल तय की जाए, फसल बीमा योजना को सुगम बनाया जाए तथा किसान को इकाई मानकर नियम बनाए जाएं। चौथी मांग यह है कि एनटीपीसी गाडरवारा के किसानों को रोजगार प्रदान करे।
संभ्रांत लोग किसानों के खिलाफ : सोमपाल शास्त्री…..
एनडीए सरकार में कृषि मंत्री रहे सोमपाल शास्त्री ने भी केन्द्र और राज्य सरकार की किसान विरोधी रवैये पर तंज कसते हुए कहा कि सरकार संभ्रांत लोगों के दबाव में किसान विरोधी फैसले लेती है। किसानों के ऊपर ६० हजार करोड़ रुपये का कर्ज है तो केन्द्र सरकार हाय-तौबा मचाये पड़ी है जबकि कारपोरेट घरानों का एनपीए लगभग ९ लाख करोड़ रुपये हो गया फिर भी सरकार ठोस कार्यवाही नहीं कर रही है। उन्होंने कहा कि मंडी अधिनियम १९७२ के अनुसार न्यूनतक समर्थन मूल्य से कम में किसान की उपज नहीं बिकनी चाहिए, मगर निर्धारित मूल्य से भी कम में उपज बिक रही है। अफसोस इस बात है कि कानून के प्रावधानों के तहत आज तक एक भी एफआईआर दर्ज नहीं की गई। श्री शास्त्री ने शिवराज सिंह चौहान पर सीधा आरोप लगाते हुए कहा कि सन् २००८ में मैंने राज्य योजना आयोग के सदस्य से सिर्फ इसलिये इस्तीफा दे दिया था कि सरकार भ्रष्ट अधिकारियों की बंधक बन चुकी थी।
मुख्यमंत्री पर एफआईआर दर्ज करने हाईकोर्ट में याचिका : कक्का जी……..
शिवकुमार कक्का जी ने बताया कि सरकार की भावांतर योजना से किसानों का अहित हो रहा है। किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य नहीं दिया जा रहा है। मंडी अधिनियम के तहत मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने हाईकोर्ट में एक याचिका भी पेश की है। उन्होंने कहा कि गाडरवारा में एनटीपीसी ने जिन किसानों से जमीनें ली हैं उन्हें किसान परिवार को रोजगार नहीं दे रही है। गत २२ दिसंबर से किसान आंदोलन कर रहे हैं लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है। एनटीपीसी ने वायदा किया था कि किसानों को रोजगार देंगे, अब मुकर रही है। उन्होंने बताया कि गुरुवार को गाडरवारा में किसानों का बड़ा आंदोलन है जिसमें पूर्व केन्द्रीय मंत्री द्वय यशवंत सिंह और सोमपाल शास्त्री भाग लेंगे।

 

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