भोपाल,करोड़ों रुपए के आबकारी घोटाले के आरोपी अफसरों की बहाली के खिलाफ नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह गुरुवार को अचानक सीएम हाउस पहुंचे। जहां उन्होंने मुख्यमंत्री निवास के सामने भ्रष्टाचार के खिलाफ शिकायत करने के लिए लगाई गई पेटी में अपनी शिकायत डाली। इस दौरान अजय सिंह ने कहा इंदौर में हुए 75 करोड़ से अधिक के आबकारी घोटाले में आरोपी अधिकारी-कर्मचारियों को बहाल करने के भाजपा सरकार के निर्णय को एक और बड़ा घोटाला बताया है। उन्होंने कहा कि जिस तरीके और कारण के साथ 6 अधिकारी-कर्मचारियों का निलम्बन समाप्त किया गया है, वह मध्यप्रदेश के इतिहास में अभूतपूर्व भ्रष्टाचार की मिसाल है। श्री सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के न खाऊंगा और न खाने दूगां और मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा तीसरे कार्यकाल की शपथ लेने के बाद भ्रष्टाचार में जीरो टालरेंस की नीति लागू करने की घोषणा के बाद जिस निर्लज्जता के साथ भाजपा सरकार ने आबकारी अधिकारियों को बचाया हैं उससे लगता है कि इस अमानत में खयानत के मामले में सत्ताशीर्ष से जुड़े लोगों की भी सहभागिता है। सिंह ने कहा- बुधवार देर रात वर्ष 2017 के बड़े आबकारी घोटाले के आरोपियों को बहाल करने का आदेश निकाला। इसकी जांच भी पूरी नहीं हुई है लोकायुक्त के साथ यह मामला हाईकोर्ट में चल रहा है। सरकार ने जिस चोरी छुपे तरीके से बहाली का जो आदेश निकाला है वह घोटाले में एक और घोटाले होने का संकेत दे रहा है।