वाराणसी,आप यदि वर्ष 2018 की सर्दियों में अपने बेटे या बेटी के हाथ पीले करने की सोच रहे हैं तो अपने कार्यक्रम में तब्दीली करनी होगी। क्योंकि इस वर्ष विवाह के सर्वाधिक मुहूर्त गर्मी और बरसात के पहले ही पड़ रहे हैं। साल 2018 में कुल 43 दिन विवाह के मुहूर्त हैं। 43 में 35 विवाह मुहूर्त पहले छह महीनों में ही पड़ जाएंगे। जाड़े में सिर्फ और सिर्फ एक ही विवाह मुहूर्त है। वह भी खरमास लगने से एक दिन पहले। इस बार अक्तूबर व नवबंर में लगन नहीं है। अगस्त से नवंबर तक एक भी वैवाहिक लगन नहीं है। अप्रैल और जून में सर्वाधिक दस-दस लगन पड़ रहे हैं। मई में विवाह के आठ मुहूर्त पड़ेंगे। पं.देवेंद्र पांडेय के अनुसार दिसंबर में एकमात्र लगन 15 तारीख को है। इस लगन में शर्त यह है कि सिंदूरदान रात्रि 11 बजे से पहले ही हो जाए। जनवरी की 18,19 और 20 तारीख को विवाह का मुहूर्त है। पहली दो लगन उत्तराभाद्रपद नक्षत्र में हैं जबकि तीसरी लगन रेवती नक्षत्र में पड़ेगी। फरवरी पूरी तरह खाली रहेगा। इसके बाद मार्च की चार लगन 2,3,5 और 6 तारीख को पड़ेगी। पहली दो लगन उत्तराफाल्गुन और बाद की दो लगन स्वाति नक्षत्र में पड़ेगी।
अप्रैल में लगन की शुरुआत 18 तारीख से होगी। इस महीने 18 और 19 तारीख की लगन रोहिणी नक्षत्र में पड़ेगी जबकि 19 तारीख की लगन में भद्रा का भी योग है। 20 तारीख को मृगशिरा और 24 तारीख को मघा नक्षत्र में विवाह के मुहूर्त हैं। इसके बाद 24 से 30 अप्रैल तक लगातार लगन है। 24 और 25 तारीख की लगन मघा नक्षत्र में,26 की लगन उत्तराफाल्गुन नक्षत्र,27 और28 को हस्त नक्षत्र में है। 29 और 30 तारीख की लगन स्वाति नक्षत्र में पड़ेगी लेकिन 29 की लगन में सिंदूरदान भद्रा के बाद होगा।
प्रचंड गर्मी के माह मई के कुल आठ विवाह मुहूर्तों में पहले छह 1 से 6 तारीख तक लगातार हैं। शेष दो 11 और 12 मई को है।1 और 2 मई की लगन अनुराधा नक्षत्र में,3 और 4 की लगन मूल नक्षत्र में है। शेष चार लगन उत्तराषाढ़ा नक्षत्र में है। जून में लगन की शुरुआत 21 तारीख से होगी और 30 तारीख तक लगातार रहेगी। 21 जून के मुहूर्त में उत्तराफाल्गुन और हस्त दोनों ही नक्षत्र होंगे जबकि 22 की लगन पूर्णरूप से हस्त नक्षत्र में है। 23 और 24 दोनों तारीखों में स्वाति नक्षत्र में है लेकिन 23 को भद्रा से पूर्व और 24 को भद्रा के बाद सिंदूरदान किया जाएगा। 25 और 26 तारीख के विवाह मुहूर्त अनुराधा नक्षत्र में हैं। 27 और 28 के विवाह मुहूर्त मूल नक्षत्र तथा 29 और 30 के मुहूर्त उत्तराषाढ़ा नक्षत्र में होंगे। जुलाई में कुल सात विवाह मुहूर्त हैं। चार और पांच जुलाई की लगन उत्तराभाद्रपद में, छह तारीख की लगन रेवती नक्षत्र में है। नौ और दस जुलाई को रोहिणी तथा 15 जुलाई को मघा नक्षत्र में विवाह की लगन है।
विवाह के बाद बच्चों के मुंडन संस्कार के लिए वर्ष 2018 में मात्र 12 मुहूर्त ही मिलने वाले है। ये सभी मुहूर्त फरवरी से जून माह के बीच हैं। मुंडन के सर्वाधिक चार मुहूर्त फरवरी की 10,17,20 और25 तारीख को हैं। मार्च में चार,छह और 13 तारीख,अप्रैल में 20 और 27 तारीख, मई में सिर्फ 10 तारीख और जून में 22 और 25 तारीख को मुंडन का शुभमुहूर्त मिलेगा। इस वर्ष नामकरण का मुहूर्त जनवरी को छोड़ शेष सभी महीनों में है। इस वर्ष नामकरण के कुल 74 मुहूर्त मिलेंगे। सर्वाधिक 11 मुहूर्त सितंबर में हैं। जुलाई में नौ तथा अप्रैल व दिसंबर में आठ-आठ मुहूर्त हैं। जून में सात, फरवरी, मई और अक्तूबर में पांच-पांच तथा मार्च और नवंबर महीने में दो-दो मुहूर्त हैं। गृह प्रवेश के लिए इस वर्ष पहले छह महीनों में कुल 12 मुहूर्त ही मिलेंगे। जनवरी का एकमात्र मुहूर्त 23 तारीख को पड़ेगा। सर्वाधिक चार मुहूर्त फरवरी में एक, दो, छह और 18 तारीख को मिलेंगे। मार्च और अप्रैल महीने में भी एक-एक मुहूर्त ही हैं जो क्रमश: छह मार्च और 27 अप्रैल को हैं। मई की 11 और 12 तारीख तथा जून की 20, 22 और 25 तारीख को गृहप्रवेश के मुहूर्त हैं।