लखनऊ, उत्तर प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष ने कहा है कि विधानसभा में बैनर और पोस्टर लेकर आकर विरोध करने वाले सदस्यों पर कार्रवाई करने पर विचार किया जा सकता है, क्योकि साधारण विरोध करना दूसरी बात होती है और योजना बनाकर सभा में विरोध करना गंभीर विषय है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी पिछले सत्र में कहा था कि कुछ सदस्य पूरी विधानसभा की कार्रवाई बाधित नही कर सकते है।
विधानसभाध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने मंगलवार को यहां पत्रकारों से बातचीत में कहा कि अगर सदस्यों को विधानसभा में किसी बात पर तात्कालिक गुस्सा आता है या उसे विरोध जताना होता है तो वह विरोध स्वरूप अपना रूमाल फेंक सकता है या बहुत गुस्सा होने पर अपना कोट उतार सकता है, लेकिन जब सदस्य पूरी तरह से तैयारी करके लिखे हुये बैनर पोस्टर लेकर आते और सदन में सामूहिक रूप से विरोध करते है तो यह योजना बनाकर विरोध करना हुआ जो कि गलत है और सदन का अपमान है। उन्होंने कहा कि बैनर पोस्टर लेकर विरोध सड़को पर किया जाता है न कि विधानसभा में। हंगामा करने वाले ऐसे सदस्यों के खिलाफ आगामी सत्र में कार्रवाई करने पर विचार किया जा सकता है। दीक्षित ने कहा कि विधानसभा में विपक्षी सदस्यों की संख्या कम होने के बावजूद उन्हें पिछले सत्र में सदन में बोलने के लिये ज्यादा समय दिया गया। उन्होंने आगे कहा कि विधानसभा की त्रैमासिक पात्रिका को मासिक पात्रिका किया जा रहा है।