रायपुर,इसी साल होने वाले छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में जीत हासिल करने के लिए कांग्रेस ने रणनीति बनानी शुरू कर दी है। पार्टी आदिवासी, अनुसूचित जाति और पिछड़े वर्ग के वोटरों को विशेष रूप से फोकस कर रही है। इसी रणनीति के तहत तीनों वर्गों के वोटरों को साधने के लिए जिग्नेश मेवाणी, कन्हैया कुमार और हार्दिक पटेल को यहां स्टार प्रचारक के तौर पर लाने का विचार चल रहा है। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी ने प्रदेश स्तरीय चुनाव प्रचार समिति और योजना एवं रणनीति समिति का गठन कर दिया है। इन तीनों को बुलाने का प्रस्ताव पहले इन समितियों के बीच रखा जाएगा। इसके बाद अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी को यह प्रस्ताव भेजा जाएगा। जिग्नेश ने चुनाव जीतने के बाद एलान किया था कि वह भाजपा के खिलाफ प्रचार करने के लिए देश का दौरा करेंगे। कन्हैया कुमार और हार्दिक पटेल के स्वर भी भाजपा विरोधी हैं। ये दोनों भी युवाओं और दलितों के बीच खासे लोकप्रिय हो गए हैं। कांग्रेस मानकर चल रही है कि अगर ये तीनों छत्तीसगढ़ में प्रचार करें तो उसे फायदा होगा। प्रदेश में 16 फीसदी दलित वोटर हैं। वैसे भी प्रदेश कांग्रेस के बड़े नेता साहू, सतनामी और कुर्मी वोटरों में बढ़त बनाने की कोशिश में लगे हैं। इससे दो-तिहाई सीटें प्रभावित होंगी। साहू और सतनामी समाज के लोग संगठित हैं, जबकि अब कुर्मी भी संगठित हो रहे हैं। कांग्रेस नेता टीएस सिंहदेव का कहना है कि चुनाव के समय स्टार प्रचारकों को बुलाने की कोशिश होती है, लेकिन इसका फैसला अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी ही लेती है। हालांकि उन्होंने इसकी पुष्टि की कि चुनाव प्रचार समिति में हार्दिक, जिग्नेश व कन्हैया को बुलाने पर चर्चा होगी। बता दें कि गुजरात चुनाव में भी जिग्नेश, कन्हैया और हार्दिक पटेल ने कांग्रेस को चुनाव जिताने के लिए अपनी पूरी ताकत झोंक दी थी। भले ही कांग्रेस चुनाव में जीत नहीं पाई थी, लेकिन उसने भाजपा के पसीने छुड़ा दिए थे।