इंदौर,स्कूली बस के मृत ड्रायवर पर मुकदमा दर्ज करने पर ड्रायवर के गांववालों में रोष है। उनका कहना है कि हादसे का असली जिम्मेदार वह नहीं है, वह तो महज 8-10 हजार रूपए में ड्रायवरी करता था उसने स्कूल प्रबंधन को कई बार स्कूल बसें सुधरवाने के लिए कहा, लेकिन ध्यान नहीं दिया गया। नौकरी कर इतने रूपए कमाने वाला स्कूल बस तो नहीं सुधार सकता है। इस रोष के साथ अब गांव वाले मुख्यमंत्री का घेराव कर शिकायत करेंगे और उसके परिवार के भरण पोषण की मांग करेंगे। कल पोस्टमार्टम के बाद ड्रायवर राहुल के घरवालों के पास उसके अंतिम संस्कार के रूपए नहीं थे। गांव वालों ने चंदा जमा कर अंतिम संस्कार करवाया। राहुल के घर में उसकी मां, पत्नी और दो बेटियां है जिसमें से छोटी का तो नामकरण संस्कार ही नहीं हुआ था। राहुल की मौत के बाद उसकी मां, बच्चियों और पत्नी का कहना है कि इन सारी बातों को लेकर मुख्यमंत्री से चर्चा की जाएगी और पूछा जाएगा कि क्या बस दुर्घटना हेतु राहुल ही जिम्मेदार है। जबकि उसने भी जान गंवाई है।
उधर, उसके रिश्तेदारों और गांववालों का कहना है कि मुख्यमंत्री और प्रशासन का कहना है कि मुख्यमंत्री और प्रशासन से मिलकर मांग की जाएगी कि उसकी पत्नी को डीपीएस स्वूâल में नौकरी और दोनों बच्चिों की, वहीं मुफ्त पढ़ाई मुहैया करानी चाहिए, क्योंकि राहुल के बाद उनका पेट पालने वाला दूसरा नहीं है।