लखनऊ, सूबे की योगी आदित्यनाथ सरकार ने विपक्ष और मुस्लिम संगठनों के विरोध के बाद हज समिति के कार्यालय की चहारदीवारी पर चढ़ाया गया भगवा रंग हटाने का निर्णय लिया है। साथ ही भगवा रंग में रंगे जाने का ठीकरा रंगाई करने वाले ठेकेदार के सिर फोड़ा दिया गया है। हज समिति कार्यालय के सचिव आरपी सिंह ने ने सफाई दी है कि बाउंड्री वाल को कलर करने के लिए कहा गया था,लेकिन कलरिंग निर्देशों के विपरीत हुई है। अब कलरिंग में तुरन्त सुधार के निर्देश दिए गए हैं और काम भी शुरू हो गया है।
राज्य हज समिति के कार्यालय पर भगवा रंग लगाने के बाद से ही इसकी आलोचना शुरू हो गयी थी। पहले यह भवन हरे व सफेद रंग से रंगा हुआ था। हंगामा मचने पर राज्य हज समिति के सचिव राघवेन्द्र प्रताप सिंह ने कहा कि समिति कार्यालय की रंगाई-पुताई का काम ठेकेदार से कराया जा रहा था। उसे जो निर्देश दिए गए, उसने उसमें लापरवाही बरती। ठेकेदार ने कलर मिलाने में उसे अधिक गाढ़ा कर दिया था। इस कारण इस पर विवाद हो गया। इसे वापस हल्के पीले रंग में रंगवा दिया गया है। उधर, प्रदेष के मुस्लिम वक्फ एवं हज राज्यमंत्री मोहसिन रजा जहां शुक्रवार को भगवा रंग को खुशहाली व खुशी का प्रतीक बता रहे थे वहीं, शनिवार को उनके भी बोल बदल गए। उन्होंने कहा कि मैं तो विभाग का राज्यमंत्री हूं मैंने ऑफिस की रंगाई-पुताई के लिए कोई निर्देश नहीं दिए थे। सरकारी ऑफिस किस रंग के होंगे इससे मेरा कोई मतलब नहीं है। जहां तक भगवा रंग की बात है तो वह मैं आज भी उसका पक्षधर हूं। भगवा रंग क्यों हटाया गया इसके बारे में अफसरों से ही प्रश्न पूछा जाना चाहिए।