नई दिल्ली, यूनिक आइडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया (यूआईडीएआई) ने ‘द ट्रिब्यून’ के पत्रकार के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। अखबार के एक रिपोर्टर ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया था कि कैसे पैसों के बदले आधार कार्ड की जानकारी आसानी से खरीदी जा सकती है। पुलिस एफआईआर में अखबार के रिपोर्टर के अलावा उन लोगों के नाम भी शामिल हैं, जिन्होंने डाटा बेचने की बात कही थी।
‘द ट्रिब्यून’ की रिपोर्ट में दावा किया गया था कि 500 रुपये के बदले रिपोर्टर ने आधार के डाटाबेस का लॉगिन और पासवर्ड हासिल कर लिया था, जिससे लगभग 100 करोड़ आधार कार्ड का एक्सेस मिल गया था। ट्रिब्यून में खबर के छपने के बाद यूआईडीएआई ने कहा था कि बायोमैट्रिक डाटा हासिल करने की खबर झूठी है। यूआईडीएआई ने इस रिपोर्ट को पूरी तरह से खारिज कर दिया। यूआईडीएआई ने कहा कि उसके डाटाबेस तक ऐक्सेस नहीं हो सकता है और यह खबर बिल्कुल तथ्यों से रहित है। हालांकि ‘एडिटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया’ ने इस मामले में रिपोर्टर के खिलाफ एफआईआर दर्ज होने की निंदा की है और अखबार तथा उसके रिपोर्टर से केस हटाने की मांग की है।