नई दिल्ली, वित्तमंत्री अरुण जेटली एक फरवरी को देश का आम बजट पेश करेंगे। वस्तु एवं सेवाकर (जीएसटी) लागू होने के बाद यह देश का पहला बजट होगा। केंद्रीय संसदीय कार्यमंत्री अनंत कुमार ने बताया कि बजट सत्र का पहला चरण 29 जनवरी से नौ फरवरी तक होगा। दूसरा चरण पांच मार्च से छह अप्रैल तक चलेगा। संसद का बजट सत्र राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के अभिभाषण से शुरू होगा।
संसद के दोनों सदनों का यह संयुक्त सत्र 30 जनवरी को होगा। 31 जनवरी को आर्थिक सर्वेक्षण के लोकसभा के पटल पर रखे जाने की उम्मीद है। उसके अगले दिन आम बजट पेश किए जाने की संभावना है। बजट को फरवरी के अंत में प्रस्तुत किए जाने की ब्रिटिशकालीन परंपरा को खत्म करते हुए पिछले साल जेटली ने पहली बार आम बजट को एक फरवरी को पेश किया था। इसके पीछे तर्क यह दिया गया कि एक अप्रैल से नए वित्त वर्ष की शुरुआत से पहले सभी बजट प्रस्तावों को मंजूरी मिल जाए, ताकि समय पर धन की उपलब्धता सुनिश्चित की जा सके। इस बदलाव के साथ ही रेल बजट को अलग से पेश करने की परंपरा को भी समाप्त कर इसे आम बजट में ही मिला दिया गया था।